जयपुर। जयपुर नगर निगम में ठेकेदारों से घूस लेने एवं भ्रष्टाचार के मामले में जमानत पर आजाद तत्कालीन सीईओ लालचंद असवाल और निलम्बित एक्स ईएन पुरुषोत्तम जेसवानी सोमवार को एसीबी दो कोर्ट में हाजिर हुए। गत तारीख पेशी पर दोनोंं आरोपियों की ओर से चालान के साथ पेश किए गए कुछ दस्तावेजों की प्रतियां दिलाने की अर्जी अदालत में पेश की गई थी। जिसका विरोध करते हुए स्पेशन पब्लिक प्रोसिक्यूटर बीण्एसण् चौहान ने लिखित में जवाब पेश कर कोर्ट को बताया कि चालान पेश करते समय दोनों अभियुक्तों को चालान की समस्त प्रतिलिपियां दी जा चुकी है। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद एसीबी जज पवन कुमार शर्मा ने दोनों अभियुक्तों को नियमानुसार कोर्ट में आवेदन प्रस्तुत कर प्रतिलिपियां लेने के निर्देश देते हुए चार्ज पर बहस के लिए 25 मार्च की आगामी तारीख दी है। एसीबी ने 11 अगस्तए 2०14 को मुकदमा दर्ज कर नगर निगम के तत्कालीन एक्सईएन पुरुषोत्तम जेसवानी को लालचन्द असवाल के घर के पास से गिरफ्तार कर निगम की 46 पत्रावली एवं 15 लाख रुपए बरामद किए थ्ो। जांच में पता चला कि निगम में ठेकेदारों से भारी मात्रा में घूस लेकर बिल पास किए जा रहे हैं। सीईओ लालचन्द असवाल की मिली भगत साबित होने पर एसीबी ने उसे भी 26 सितम्बरए 2०14 को गिरफ्तार कर लिया। अन्य अधिकारियोंे व कर्मचारियों की भ्रष्टाचार में लिप्तता की जांच एसीबी में विचाराधीन है। एसीबी 9 अक्टूबर, 2०14 को जेसवानी के खिलाफ तथा बाद में असवाल के खिलाफ तितम्बा चालान पेश कर चुकी है।