– पालघर के पास आरपीएफ जवान ने ए.एस.आई को गोली मारी, दूसरे डिब्बे में 3 पैसेंजर्स को शूट किया
मुंबई. जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस (12956) में सोमवार सुबह रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के एक कॉन्स्टेबल ने अपनी ऑटोमैटिक राइफल से साथी असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर को गोली मार दी। इसके बाद वह दूसरे डिब्बे में गया और 3 पैसेंजर्स को भी शूट कर दिया। घटना के वक्त ट्रेन गुजरात से महाराष्ट्र जा रही थी। फायरिंग पालघर रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के कोच बी-5 में हुई। जवान को उसकी राइफल के साथ अरेस्ट कर लिया गया है। आरपीएफ कमिश्नर रवींद्र शिशवे ने कहा कि चार शव अलग-अलग कोच से मिले। दो बॉडी बी 5, एक पैंट्री कार और एक बी 1 कोच से मिलीं। इस पर अभी जांच के बाद ही नतीजे पर पहुंचा जा सकता है। उससे पहले कुछ कहना ठीक नहीं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी कॉन्स्टेबल गुस्सैल और मानसिक रूप से अस्थिर है। कॉन्सटेबल ने मुस्लिमों को लेकर कोई कमेंट किया था, इसका ए.एस.आई ने विरोध किया। इसी बात पर आरोपी ने उसे गोली मार दी। इसके बाद तीन यात्रियों की भी हत्या कर दी। वीडियो में सुनाई दे रहा है कि आरोपी कॉन्स्टेबल मुस्लिमों और पाकिस्तान को लेकर कई अपशब्द कह रहा है। घटना सुबह लगभग 5 बजकर 23 मिनट पर हुई। आरोपी कॉन्स्टेबल चेतन कुमार चौधरी और ए.एस.आई टीका राम मीणा एस्कॉर्ट ड्यूटी पर थे। चेतन ने टीका राम पर फायरिंग के बाद 3 और यात्रियों को गोली मारी। इसके बाद वो दहिसर स्टेशन के पास ट्रेन से उतर कर भाग गया था। बाद में उसे हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया और पूछताछ के लिए बोरीवली पुलिस स्टेशन ले जाया गया। पूछताछ के बाद फायरिंग की वजह का पता चलेगा। आरोपी शख्स उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले का रहने वाला है। वहीं, मारे गए ए.एस.आई राजस्थान के सवाई माधोपुर के हैं। वे 6 महीने बाद रिटायर होने वाले थे। उनके परिजन के लिए 25 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की गई है। परिजन को रेलवे सुरक्षा कल्याण निधि से भी 15 लाख रुपए दिए जाएंगे। पश्चिमी रेलवे के प्रवक्ता सुमित ठाकुर ने बताया कि परिजन को डेथ-कम-रिटायरमेंट ग्रेच्युटी और ग्रुप इंश्योरेंस की रकम भी दी जाएगी। इनके अलावा मारे गए 3 अन्य यात्रियों को भी मुआवजा दिया जाएगा।

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