जयपुर. जयपुर के पिता-पुत्र की जोड़ी नीरज भारद्वाज और आदित्य भारद्वाज शनिवार प्रातः 10.30 बजे माउंट किलिमंजारो के शीर्ष पर पहुंच गये हैं। माउंट किलिमंजारो अफ्रीका के तंजानिया में स्थित विश्व का सबसे ऊंचा स्टैंड-अलोन पहाड़ है। संभवतः किलिमंजारो की चोटी पर पहंुचने वाली जयपुर के पिता एवं पुत्र की यह पहली जोड़ी है।

नीरज भारद्वाज ने बताया कि यह उनके लिये लाईफटाइम एक्सपीरियंस था। इस अनुभव को बताने के लिए उनके पास कोई शब्द नहीं है। उन्होंने बेहद उत्साहपूर्वक कहा कि उन्हें लगा कि वे दुनिया के शीर्ष पर हैं। अंततः उनकी कड़ी मेहनत और प्रयासों का सुखद परिणाम आया। उन्होंने किलिमंजारो के शीर्ष पर भारत के राष्ट्रीय ध्वज के साथ-साथ सेंट जेवियर्स स्कूल, जयपुर का ध्वज भी फहराया। नीरज ने आगे बताया कि यह चढ़ाई उनके लिए एक बड़ी चुनौती थी। उन्होंने रात्रि 12 बजे चढ़ाई शुरू कर दीं, ताकि सूर्योदय तक चोटी तक पहुंच सकें। अत्यंत ठंडे तापमान और तेज हवाएं उनके लिए बड़ी चुनौती साबित हुईं। पिता-पुत्र प्रातः 9.03 बजे स्टेला पाॅइंट पर पहुंचे जो कि दूसरा सर्वोच्च बिंदु है। यहां से शीर्ष तक पहुंचने में उन्हें डेढ़ घंटे लगे।

नीरज भारद्वाज जयपुर में व्यवसायी हैं और उनका पुत्र आदित्य भारद्वाज वर्तमान में जयपुर के सेंट जेवियर्स स्कूल में कक्षा 12 में अध्ययन कर रहा है। नीरज स्वयं भी सेंट जेवियर्स स्कूल के पूर्व छात्र हैं।

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