नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में डीएसपी अयूब पंडित की मौत के मामले में कई खुलासे सामने आए हैं। अलगवादी नेता मीरवाइज उमर फारुख की सुरक्षा में तैनात थे। गुरुवार देर रात अयूब पंडित सादा वर्दी में जामिया मस्जिद के बाहर डयूटी पर थे। उस समय मस्जिद में भाषण चल रहे थे और मीरवाइज वहां मौजूद थे।

इसी दौरान मस्जिद में पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगे। यह बात अयूब पंडित को नागवार गुजरी। उन्होंने घटना का वीडियो बनाना शुरू कर दिया। अयूब को वीडियो बनाते देख वहां मौजूद कुछ उपद्रवियों ने उन्हें खुफिया एजेंसी का एजेंट समझा और उन हमला कर दिया। उपद्रवी उन पर टूट पड़े। हालांकि इस दौरान डीएसपी अयूब पंडित ने बचाव के लिए अपनी सर्विस रिवाल्वर से गोलियां दागी। फिर भी उपद्रवी उन पर टूट पड़े और पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। बाद में उनके कपड़े फाड़ दिए तो पत्थरों की बौछार कर जान ले ली। इस दरम्यान डीएसपी की सुरक्षा में तैनात व मौजूद अन्य पुलिसकर्मी मौके से भाग खड़े हुए। शुक्रवार को उनका शव निवस्त्र अवस्था में पड़ा मिला।

इधर घटना सामने आने के बाद डीजीपी एसपी वैद ने उत्तर श्रीगनर के पुलिस अधीक्षक सज्जाद खालिक भट का तबादला कर दिया। वही इस मामले में अब तक 5 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। आज 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया। डीएसपी अयूब पंडित की मौत के मामले में जांच को लेकर एसआईटी का गठन कर दिया गया है। साथ ही डीजीपी वैद ने मीरवाइज की मौजूदगी को लेकर जांच कराने को लेकर कहा है।

-सीएम ने कहा लौट न आए पुराने दिन
इधर डीएसपी अयूब पंडित की मौत के मामले में जहां कश्मीर के आमजन में रोष देखने को मिल रहा है। वहीं सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा कि डीएसपी पर हमला व उसके बाद हत्या करना शर्मनाक है। प्रदेश की पुलिस देश में सबसे बेहतरीन पुलिस बल है। उसके सब्र का इम्तेहान न ले। सब्र का बांध टूट गया तो ऐसा न हो की पुलिस जीप को देख लोगों को भागना पड़े।

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