Death in a road accident, mother said son-in-law killed from planning

-चौमूं थाना पुलिस ने निजी अस्पताल प्रबंधन व कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज किया मामला
जयपुर। निजी अस्पतालों में सरकारी योजनाओं का लाभ लेना अब मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। कुछ ऐसा ही मामला चौमूं कस्बे स्थित एक निजी अस्पताल में सामने आया। जहां मां का उपचार कराने के बदले अस्पताल के कर्मचारियों ने बेटे को मारपीट कर बुरी तरह जख्मी कर दिया। घायल युवक का कसूर इतना था कि मां का भामाशााह कार्ड बने होने के बाद भी मां के उपचार की राशि वसूली के मामले में आॅनलाइन पोर्टल पर अस्पताल की शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले में पीड़ित ने मंगलवार को अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ चौमूं थाने में मामला दर्ज करा दिया।

थानाधिकारी जितेन्द्र सिंह सोलंकी ने बताया कि सामोद निवासी व पेशे से जीप चालक राजू मनोहर ने उसकी मां के पेट का आॅपरेशन चौमूं स्थित टोकस अस्पताल से कराया था। अस्पताल की मोटी राशि देने के लिए उसके पास पैसे नहीं थे। उसने अस्पताल को भुगतान के नाम पर उसकी मां का भामाशाह कार्ड बने होने की बात कहते हुए भामाशाह कार्ड थमा दिया। आरोप है कि अस्पताल के चिकित्सकों ने राजू से सरकार से रुपए स्वीकृत नहीं होने की बात कह 4 हजार रुपए ले लिए। इस पर उसने भामाशाह हैल्पलाइन पर जाकर आॅनलाइन शिकायत दर्ज करा दी। आरोप है कि अस्पताल के कर्मचारियों ने 10 जून को रुपए वापस देने का बहाना बुलाकर उसके साथ मारपीट कर डाली और हाथ पैर तोड़ दिए। पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

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