नई दिल्ली। आजादी से पहले स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी पर जानलेवा हमले के लिए आए नाथूराम गोडसे के चाकू वार को विफल करने वाले भीकूदाजी भिलारे का आज महाराष्ट्र में निधन हो गया है। भिलारे का आज दाह संस्कार भी कर दिया गया है। 97 वर्षीय भीकूदाजी भिलारे स्वतंत्रतता सेनानी और कांग्रेस से विधायक भी रहे हैं।
बताया जाता है कि आजादी से पहले 1944 में पंचगनी में महात्मा गांधी आए हुए थे। तब नाथूराम गोडसे महात्मा गांधी की हत्या के इरादे से वहां पहुंचा और उसके हाथ में चाकू था। उसके इरादे भांपकर भीकूदाजी भिलारे ने गोड़से को पकड़ लिया और उससे चाकू छीन लिया। आजादी के बाद नाथूराम गोड़से ने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

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