नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव से महज 6 माह पूर्व कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने कांग्रेस को तगड़ा झटका दे डाला। जिस तरह के कायस लगाए जा रहे थे। हालांकि वह स्थिति सामने नहीं आई। फिर भी वाघेला ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया।

इससे पहले उन्होंने कहा था कि 24 घंटे पूर्व मुझे कांग्रेस ने पार्टी से निकाल दिया है। अपने जन्मदिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान समर्थकों के बीच उन्होंने अपना शक्ति प्रदर्शन कर पार्टी को संकेत भी दिया। इस मौके पर उन्होंने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि आज मैं अपने आप को कांग्रेस से मुक्त करता हूं। मैं कोई बंधुआ मजदूर नहीं हूं अब मैं एक आजादी पंछी हूं। उन्होंने उन अटकलों को विराम दे दिया। जिसमें यह कहा जा रहा था कि कांग्रेस छोडऩे के बाद वाघेला भाजपा का ध्वज थाम लेंगे। वाघेला ने साफ किया कि वो किसी दूसरे दल में नहीं जा रहे हैं।

-कांग्रेस व भाजपा पर बोला हमला
इस दौरान उन्होंने भाजपा व कांग्रेस पर करारा हमला बोला और कहा कि दोनों ही पार्टियों में वो साजिश का शिकार हुए हैं। मैं राजनीति में सेवा करने के लिए आया हूं, बिना लाभ हानि व दु:खों की परवाह किए दौड़ता रहा हूं। मैंने राजनीति में एमएल, एमपी व सीएम बनाए। जबकि कांग्रेस कहती है मैं कुछ बनना चाहता हूं। पार्टी ने 24 घंटे पहले मुझे बाहर का रास्ता दिखाकर विनाशकाल विपरित बुद्धि का काम किया है। राहुल गांधी को पार्टी की स्थिति से अवगत करा दिया था। कांग्रेस नेताओं पर उन्होंने भाजपा से सुपारी लेने का आरोप लगाया। कहा 20 साल पहले कांग्रेस उनकी पार्टी राजपा से गठबंधन करती तो शायद आज भाजपा सत्ता में नहीं होती। साथ ही कांग्रेस को भी ये दिन नहीं देखने पडते। कहा जनता मेरी अदालत है और मैं जनता के हर दर्द की मैं दवा हूं।

-सोनिया गांधी की तारीफ
वाघेला ने कांगे्रस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की तारीफों के पुल बांधे और कहा कि वे भारतीय राजनीति में त्याग की मूर्ति हैं। आज कोई सरंपच हो या विधायक पद छोडऩे को तैयार नहीं, लेकिन सोनिया गांधी ने पीएम का पद ठुकराया। सोनिया ने विदेश से आकर भारतीय संस्कृति को अपनाया। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मुझ पर भरोसा किया तो मेरा भी वादा है कि किसी दूसरी पार्टी में नहीं जाऊंगा।

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