जयपुर। राजपूत करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने कहा कि भंसाली प्रोडेक्शन कम्पनी ने श्री राजपूत करणी सेना और जयपुर के श्री राजपूत सभा एक पत्र भेजा है। लेकिन यह पत्र मूर्ख बनाने के लिये भेजा गया है। इस पत्र को जला दिया जायेगा और इसका कोई जवाब नहीं दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ नहीं है बल्कि यह फिल्म निर्माता द्वारा एक नाटक है। इसमें फिल्म की प्रदर्शन की कोई तारीख नहीं दे रखी है।
कालवी ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने अपने निर्णय फिल्म के प्रतिबंध के विरोध में दिया है, लेकिन अब देश भर रिलीज हो रही फिल्म को रोकने के लिये ष्जनता कर्फ्यूष् लगाया जायेगा। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के सम्मान में हम देश व्यापी बंद का आयोजन नहीं करेंगे लेकिन अब जनता सिनेमा घरों पर कर्फ्यू लगायेगी। कालवी ने कहा कि ष्जनता कर्फ्यू के लिये फिल्म वितरकोंए सिनेमा घरों के मालिकोंए और जनता को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड और केन्द्र सरकार अभी भी चलचित्र अधिनियम के तहत फिल्म पर प्रतिबंध लगा सकती है।
उन्होंने कहा कि यह मामला केवल राजपूत समाज का नहीं बल्कि फिल्म को लेकर पूरे देश के लोगों में असंतोष है। लोगों की भावनाएं आहत हुई है और सरकार को फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के लिये आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हाल में बाडमेर आये थे और उन्होंने अपने भाषण में कई राजपूत विभूतियों का जिक्र किया लेकिन उन्होंने रानी पद्मावती का जिक्र नहीं किया। राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह ने कहा कि जोशी दूषित मानसिकता के शिकार हैए जिसे उन्होंने फिल्म को प्रमाण पत्र जारी कर दर्शा दिया है। उन्होंने कहा कि जोशी को राजस्थान में प्रवेश नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा यदि वो आतें है तो स्वयं की जिम्मेदारी पर आयें। उन्होंने फिल्म के विरोध में सैनिकों से एक दिन का मैस का और एक दिन हथियार का बहिष्कार करने का आग्रह किया।