Hafiz Saeed released from detention, said: Kashmiris will help in achieving 'independence'

लाहौर। पाकिस्तान ने आज प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा प्रमुख और 2008 के मुंबई हमले के मुख्य साजिशकर्ता हाफिज सईद को नजरबंदी से आज रिहा कर दिया। रिहाई के कुछ ही क्षण बाद सईद ने कहा कि वह कश्मीर के मुद्दे पर पूरे पाकिस्तान से लोगों को जुटाएगा और ‘‘आजादी’’ हासिल करने में कश्मीरियों की मदद करेगा। आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता के कारण जमात-उद-दावा प्रमुख पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है। पाकिस्तान सरकार ने किसी और मामले में सईद को और हिरासत में नहीं रखने का फैसला किया। इसके बाद आतंकवादी संगठन के प्रमुख को रिहा कर दिया गया। वह इस वर्ष जनवरी से हिरासत में था। सईद को मुंबई हमले की नौवीं बरसी से पहले रिहा किया गया है। गौरतलब है कि मुंबई हमले में 166 लोग मारे गए थे। भारत ने बार-बार पाकिस्तान से मुंबई आतंकवादी हमले की फिर से जांच करने को कहा है और भारत की ओर से इस्लामाबाद को प्रदान किये गए सबूतों के आलोक में सईद और लश्कर-ए-तय्यबा के ऑपरेशन कमांडर जकीउर रहमान लखवी के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की है।

अपने आवास के बाहर एकत्र हुए समर्थकों को संबोधित करते हुए सईद ने कहा, ‘‘मुझे सिर्फ कश्मीर पर मेरी आवाज को दबाने के लिए 10 महीने तक हिरासत में रखा गया।’’ सईद ने कहा, ‘‘मैं कश्मीरियों के मामले के लिये लड़ता हूं। मैं कश्मीर के मुद्दे के लिये देशभर से लोगों को जुटाऊंगा और हम स्वतंत्रता के लक्ष्य को पाने में कश्मीरियों की मदद करने का प्रयास करेंगे।’’ पंजाब प्रांत के न्यायिक समीक्षा बोर्ड ने सईद की 30 दिन की नजरबंदी की अवधि पूरी होने के बाद गत बुधवार को आम सहमति से उसकी रिहाई का आदेश दिया था। इस बोर्ड में लाहौर हाई कोर्ट के न्यायाधीश भी शामिल थे। सईद की नजरबंदी कल रात 12 बजे समाप्त हुई। भारत ने सईद को रिहा करने के न्यायिक बोर्ड के फैसले पर नाराजगी जताई थी। भारत ने कहा कि यह फैसला प्रतिबंधित आतंकवादियों को मुख्यधारा में लाने का पाकिस्तान का प्रयास और सरकार से इतर तत्वों को उसके लगातार समर्थन को दर्शाता है।

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