जयपुर। जयपुर शहर की सांगानेर सीट के दावेदारों के बारे में फीडबैक सीएम वसुंधरा राजे ने लिया। राजे ने दावेदारों से इस सीट पर जीत के समीकरण जाने तो स्थानीय नेताओं व पदाधिकारियों से दावेदारों के बारे में फीडबैक लिया। यह सीट काफी प्रतिष्ठा की है। क्योंकि इस सीट पर से विधायक भाजपा के बागी हो चुके घनश्याम तिवाड़ी है। वे भारत वाहिनी पार्टी बनाकर इस सीट से चुनाव लड़ेंगे।

तिवाड़ी को वसुंधरा राजे का सबसे मुखर विरोधी माना जाता है। इसलिए सीएम वसुंधरा राजे भी इस सीट पर मजबूत प्रत्याशी को टिकट देना चाहती है, जो घनश्याम तिवाड़ी और कांग्रेस के प्रत्याशी को पटखनी दे सके। पार्टी के लिए यह काफी हॉट सीट है। इस सीट पर एक दर्जन से अधिक दावेदार है। तिवाड़ी ने जब से भाजपा को छोड़ा है और नई पार्टी बनाई है, तब से हर किसी की नजर सांगानेर सीट पर है। सांगानेर सीट पर ही कई मजबूत दावेदार आ चुके है। स्थानीय के साथ बाहरी क्षेत्रों के प्रत्याशी भी मजबूती से दावेदारी जता रहे हैं। इस सीट पर मेयर अशोक लाहोटी, भाजपा अध्यक्ष जयपुर शहर संजय जैन, पार्षद विष्णु लाठा, आरएसएस-विहिप के रवीन्द्र शर्मा शेखर, सुमन शर्मा, अंबिका प्रसाद पाठक, अखिल शुक्ला, जितेन्द्र श्रीमाली आदि मजबूत दावेदार अपनी दावेदारी जता चुके हैं।

सीएम राजे ने इन सभी के बारे में कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों से फीडबैक लिया। फीडबैक के दौरान कुछ दावेदारों के नाम पर सीएम राजे ने हैरानी जताते हुए उन्हें संगठन के कार्य करते रहने की सलाह दी है। राजे ने सीट पर जीत के समीकरण जाने तो विकास कार्यों की जानकारी ली। साथ ही मजबूत दावेदारों के बारे में भी राय ली। बताया जाता है कि रायशुमारी में नए चेहरे को टिकट देने की बात सामने आई है। चर्चा है कि पार्टी इस सीट पर जीत के लिए इसे संघ के जिम्मे दे सकती है। ऐसे में टिकट दावेदारों में संघ की भूमिका अहम मानी जाएगी। यह भी चर्चा है कि इस सीट पर संघ समर्थित स्वयं सेवक या दावेदार को घनश्याम तिवाड़ी के सामने उतारा जा सकता है। संघ प्रत्याशी होने के कारण पार्टी को विरोध भी नहीं झेलना पड़ेगा। इस सीट पर सर्वाधिक दावेदार है। अगर सर्वमान्य दावेदार को टिकट नहीं मिला तो दूसरे दावेदार कार सेवा में लग सकते हैं। ऐसे में पार्टी सर्वसम्मति से एक नाम तय करने में लगी है।

LEAVE A REPLY