gaurav yatra, Vasundhara Raje
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ओसियां/भोपालगढ़/बिलाड़ा/मेड़ता/किशनगढ़/दूदू/बगरू। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि भामाशाह कार्ड की कोई जरूरत नहीं है। कांग्रेस उस भामाशाह योजना का विरोध कर रही है जिसने देश में पहली बार राजस्थान की महिलाओं को घर का मुखिया बनाया। उन्हें आत्मनिर्भर किया। उनके नाम से बैंकों में खाते खोलकर सरकारी योजनाओं के शत-प्रतिशत पैसे उन तक पहंुचाए। कांग्रेस के नेता भामाशाह डिजिटल योजना के तहत 1 करोड़ महिलाओं को स्मार्ट फोन दिए जाने का भी विरोध कर रहें है क्योंकि कांग्रेस है ही महिला विरोधी, जिसे महिलाओं की तरक्की बर्दाश्त नहीं है। राजे शनिवार को जोधपुर के ओसियां में भाजपा प्रत्याशी भैराराम सियोल, भोपालगढ़ में कमसा मेघवाल और बिलाड़ा में अर्जुनलाल गर्ग के समर्थन में चुनावी सभाओं को सम्बोधित कर रही थीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने भामाशाह, राजश्री, लैपटाॅप, स्कूटी एवं साइकिल वितरण जैसी योजनाओं के जरिए प्रदेश की महिलाओं को सशक्त बनाने का काम किया है। बारह साल तक की बालिकाओं के साथ दुष्कर्म करने वालों को फांसी की सजा जैसा कड़ा कानून बनाकर महिलाओं को सुरक्षित होने का अहसास कराया है। राजे ने कहा कि कांग्रेस में नेता कम और मुख्यमंत्री पद के दावेदार ज्यादा हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले यह तय कर ले कि 6-6 बड़े नेताओं में से मुख्यमंत्री पद के लिए उनका उम्मीदवार कौन है? जबकि भाजपा पूरे प्रदेश में एक मुखी और संगठित होकर चुनाव लड़ रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस वोटों की राजनीति करती है जबकि भाजपा विकास की राजनीति में विश्वास करती है। 50 साल के शासन में कांग्रेस ने वोटों के खातिर लोगों को लड़ाया। जाति और मजहब की राजनीति की। प्रदेश को बांटने की कोशिश की। लेकिन अब जनता कांग्रेस की राजनीतिक चालों को समझ चुकी है और आने वाले चुनाव में उसे हर हाल में सबक सिखाएगी।
राजे ने कहा कि कांग्रेस मुझसे 5 साल का हिसाब पूछ रही हैं। लेकिन इससे पहले कांग्रेस के नेता अपने 50 साल का हिसाब दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वर्ष 2013 में हमारी सरकार आयी तो पूरे प्रदेश की हालत खराब थी। सड़कें नहीं थी। कहीं स्कूल नहीं थे तो कहीं शिक्षक नहीं थे। पहले एक स्कूल को क्रमोन्नत कराने में लोगों की एडियां घिस जाती थी। हमने 6 हजार 500 स्कूलों को एक साथ क्रमोन्नत किया। हमने कड़ी मेहनत कर राजस्थान को शिक्षा के क्षेत्र में 26 वें पायदान से दूसरे नंबर पर ला खड़ा किया है। आज प्रदेश के गांव-गांव में शानदार गौरव पथ बन गए हैं।

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