नई दिल्ली। कर्नाटक में चल रहे बहुमत साबित करने के सियासी खेल में सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को बड़ा आदेश दिया है। कोर्ट ने कहा कि येदियुरप्पा सरकार कल शनिवार शाम 4 बजे विधानसभा में बहुमत साबित करें। कोर्ट ने ये आदेश कांग्रेस-जनता दल (एस) की याचिका पर सुनवाई करते हुए दिए। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान एडवोकेट जनरल मुकुल रोहतगी ने मुख्यमंत्री येदियुरप्पा की चिट्ठियां सुप्रीम कोर्ट में पेश करते हुए कहा कि भाजपा के पास बहुमत है। सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ए.के. सीकरी ने रोहतगी से पूछा कि भाजपा सिर्फ बहुमत की बात कर रही है, कांगेस- जनता दल (एस) ने तो पूर्ण बहुमत की चिट्ठी दी थी।
गवर्नर ने किस आधार पर भाजपा को न्योरता दिया है? जनादेश सबसे महत्वपूर्ण है। सरकार बनाना नंबर का खेल है। राज्यपाल तय करेंगे कि नंबर किसके पास है। कांग्रेस के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस शक्ति परीक्षण के लिए तैयार है और उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग कराई जाए। शीर्ष कोर्ट ने भाजपा सरकार को आदेश जारी करते हुए कहा कि वे कांग्रेस-जनता दल (एस) के विधायकों की सुरक्षा का इंतजाम करें। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में किसी को भी स्पष्ट बहुतम नहीं मिला है। भाजपा सबसे बड़े दल के तौर पर एक सौ चार सीटें लेकर आई है, जो बहुमत से दस सीटें दूर है। कांग्रेस को 78, जेडीएस के पास 37 और तीन अन्य विधायक जीत कर आए हैं। सत्रह मई को येदियुरप्पा सरकार ने गवर्नर के आमंत्रण पर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। गवर्नर ने उन्हें पन्द्रह दिन में बहुमत दिखाने को कहा है। हालांकि इससे पहले कांग्रेस व जेडीएस ने सुप्रीम कोर्ट में पहुंचकर इस सियासी खेल को दिलचस्प बना दिया है।