जयपुर। गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह के परिजनों से मिलने के लिए जोधपुर की पूर्व सांसद, पूर्व केन्द्रीय मंत्री और जोधपुर राजघराने की पूर्व सदस्य चन्द्रेश कुमारी सांवरद पहुंची। उनके साथ कई कांग्रेस नेता भी है। एनकाउंटर के बाद राजस्थान का कोई बड़ा नेता आनन्दपाल के परिजनों से मिलने के लिए पहुंचा है। चन्द्रेश कुमारी के सांवरद पहुंचने से सियासत गरमाने की संभावना है। इस एनकाउंटर के बाद राजपूत समाज की नाराजगी के चलते भाजपा व सरकार बैकफुट है और डरी सहमी हुई है। वहीं कांग्रेस इस मामले में अग्रेसिव है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मीडिया प्रवक्ता प्रताप सिंह खाचरियावस समेत कई कांग्रेस नेता इस मामले को पूरे जोर-शोर से उठा चुके हैं और वे परिजनों की मांग को जायज ठहराते हुए सीबीआई जांच की मांग को सही बता रहे हैं। चन्द्रेश कुमारी ने भी आनन्दपाल की पत्नी, मां और बेटी से मिलकर उन्हें पूरा साथ देने का आश्वासन दिया, साथ ही उन्होंने आनन्दपाल एनकाउंटर की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है। यह भी कहा है कि जब पूरा समाज आंदोलित है और सीबीआई की जांच मांग रहा है तो सरकार उनकी मांग पर ध्यान क्यों नहीं दे रही है। चन्द्रेश कुमारी के सांवरद आने से अब राजनीतिक सरगर्मी बढ़ सकती है, साथ ही राजपूत समाज भी आंदोलन तेज कर सकता है। यह पहला मौका है, जब राजस्थान के एक बड़े राजघराने की बड़ी शख्सियत ने सांवरद पहुंचकर आंदोलन को समर्थन दिया है। इससे आंदोलन को गति मिलने की संभावना जताई जा रही है, साथ ही सरकार और पुलिस के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जिस तरह से आंदोलन बढ़ रहा है और अभी तक आनन्दपाल का दाह संस्कार नहीं हुआ है, उससे राजपूत समाज में गुस्सा है। अब कांग्रेस और दूसरी पार्टियों के नेताओं के भी आने से आंदोलन को मजबूती मिलेंगी। गौरतलब है कि बारह दिन पहले गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह के एनकाउंटर के बाद से ही राजस्थान का राजपूत समाज इस मामले की सीबीआई जांच व अन्य मांगों के लिए आंदोलित है। सरकार की ओर से कोई आश्वासन नहीं मिलने के कारण परिजनों ने आनन्दपाल के शव का दाह संस्कार भी नहीं किया है। वे अड़े हुए हैं कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी तब तक वे आनन्दपाल का दाह संस्कार नहीं करेंगे।

LEAVE A REPLY