Hindu Aditi Seva Mela will be inaugurated, grand house of grandmother and heritage village will be the main attraction

जयपुर । हिन्दू आध्यत्मिक एवम् सेवा फाउंडेशन द्वारा लगातार तीसरे वर्ष 16 से 20 नवम्बर तक अम्बेडकर सर्किल स्थित एसएमएस इन्वेस्टमेंट ग्राउंड में आयोजित होने वाले सेवा मेले की तैयारियां अंतिम चरण में है तथा पिछले वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष सेवा मेले कार्यक्रम में कार्यकतार्ओं में कई गुना ज्यादा ऊर्जा का संचार देखा जा रहा है । मेले का मुख्य उद्देशय भारत की सामाजिक एवं सांस्कृतिक विरासत को सहेजना एवं प्रतीकों को प्रभावी उपयोग द्वारा मूल्यों , संस्कारों और प्रतीकों की एक त्रयी करना है मनुष्य के मन मस्तिष्क पर वैचारिक आधार प्रदान करने के लिए इस मेले में वन एवं वन्य जीव संरक्षण की दृष्टि से पेड़ पौधों एवं वन्य जीवों के प्रति सम्मान हेतु- वृक्ष वंदन, नाग वंदन , पारिस्थितिकी संरक्षण की दृष्टि से सभी प्राणी-प्रजाति एवं वनस्पति के लिए सम्मान हेतु गौ- वंदन, गज वंदन एवम् तुलसी वंदन , पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से धरती माता नदियों एवं प्रकृति के प्रति सम्मान हेतु भूमि वंदन एवं गंगा वंदन , पारिवारिक एवम् मानवीय मूल्यों की स्थापना की दृष्टि से माता- पिता ,शिक्षकों एवं अपनों से बड़ों के प्रति सम्मान हेतु मातृ-पितृ वंदन आचार्य वंदन एवं अतिथि वंदन , महिलाओं को सम्मान की दृष्टि से बालिकाओं एवम् मातृत्व का सम्मान हेतु कन्या वंदन एवम् सुवासिनी वंदन एवं राष्ट्र भक्ति जागरण की दृष्टि से राष्ट्र एवं राष्ट्रीय वीर योद्धाओं के प्रति सम्मान हेतु भारत माता वंदन एवं परम वीर वंदन कार्यक्रम के माध्यम से समाज में जाग्रति का कार्य एचएसएसएफ द्वारा किया जा रहा है । प्रदेश सचिव सोमकांत शर्मा ने बताया कि 16 से 20 नवम्बर तक होने वाले सेवा मेले में दादी नानी का घर , हेरिटेज गाँव, विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी, फोटोग्राफी पोस्टर प्रदर्शनी, सांस्कृतिक व रचनात्मक प्रतियोगिताएँ, चित्रकला प्रतियोगिता,कृष्ण योगाथोंन, प्रश्न मंच प्रतियोगिताएं, प्रयास (लाइव पेंटिंग ), सामाजिक समरसता सम्मलेन, पुरस्कार वितरण समारोह, सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं छ: थीमों पर आधारित प्रदर्शनी मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगा ।

मुख्य आकर्षण
लाखों बच्चों को पारम्परिक जीवन शैली एवं संस्कारों का पढ़ाएंगे पाठ
एचएसएसएफ आयोजित सेवा मेले में पांच दिनों में सैंकड़ों विद्यालयों से लगभग पांच लाख बालक बालिकाओं का आगमन रहेगा जैसा कि बाल मन पर कहानियों का प्रभाव सर्व विदित है अत: दादी नानी का घर थीम के माध्यम से बच्चों को लाइव कहानियां सुनाकर उनको सीधा हमारी परम्पराओं एवं संस्कृति और भारतीय जीवन शैली व संस्कारों से जोड़ने का प्रयास रहेगा साथ ही हेरिटेज गाँव भी इस मेले का मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगा जिसमें परम्परागत जीवन शैली को पुन: जीवंत करने का प्रयास किया जायेगा । प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बापना ने बताया कि पिछले वर्ष लगे सेवा मेला में दादी नानी का घर एवं हेरिटेज गाँव की थीम को काफी सराहना मिली तथा इस थीम की कल्पना काफी हद तक सार्थक भी रही इसलिए इस वर्ष आयोजित मेले में इस थीम पर विशेष योजनानुरूप दादी नानी का घर एवं हेरिटेज गाँव बनाया जायेगा , दादी नानी का घर थीम में बच्चों को लाइव कहानियां सुनाई जायेगी वहीँ हेरिटेज गाँव में मेहमानों की परम्परागत अनुसार राजस्थानी वेशभूषा में आवभगत मान मनुहार के साथ लाइव भोजन करवाया जायेगा जिसका उद्देश्य भाव की प्रधानता होगी ।

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