‘indiya kee khichadee‘

जयपुर। सिटी पैलेस में आयोजित किए जा रहे ‘हिस्ट्री फेस्टिवल‘ के तहत आज ‘इंडिया की खिचड़ी‘ पुस्तक का विमोचन किया गया। इस पुस्तक में देश के विभिन्न भागों में बनाई जाने वाली खिचड़ी की 51 रेसिपीज है। यह पुस्तक एसवी पब्लिक स्कूल की सविता तोंदवाल के एक पोस्टर पर आधारित है। पुस्तक की रेसिपीज पाककला विशेषज्ञ ‘द कोल्ड्रॉन सिस्टर्स‘ द्वारा तैयार की गई है, जबकि कहानी प्रशांत मिश्रा द्वारा लिखी गई है। चार दिवसीय इस मेगा फेस्टिवल में विभिन्न माध्यमों से हिस्ट्री एवं इसके कलेक्शंस को सेलीब्रेट किया जा रहा है। फेस्टिवल में आज करीब 30 स्कूलों के 1500 से अधिक स्टूडेंट्स शामिल हुए। इस अवसर पर महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय संग्रहालय की एग्जीक्यूटिव ट्रस्टी, श्रीमती रमा दत्त भी उपस्थित थीं।मदरसा रेहमानी स्कूल के स्टूडेंट्स की ओर से ‘दुआ‘ और पैलेस स्कूल की ओर से ‘राग‘ प्रस्तुति के साथ आज के कार्यक्रमों की शुरूआत हुई। सुबोध स्कूल, एयरपोर्ट के स्टूडेंट्स ने ‘कबीर के दोहे‘ और एसवी पब्लिक स्कूल के स्टूडेंट्स ने कृष्णा वंदना ‘तुम बिन मोरी कौन खबर ले गोवर्धन गिरधारी‘ की बेहतरीन प्रस्तुतियां दी गई।फेस्टिवल के दौरान एसवी पब्लिक स्कूल की ओर से ‘मुगल-ए-आजम‘ नाटक पेश किया, जिसमें स्टूडेंट्स ने सलीम, अनारकली एवं बहर के लव ट्राएंगल का नाट्य रूपांतरण किया। इसी प्रकार सुबोध स्कूल, एयरपोर्ट की ओर से ‘वर्ण व्यवस्था‘ और शांति एशियाटिक स्कूल की ओर से ‘इंकलाब‘ नाटक का मंचन किया गया।

दिशा के विद्यार्थियों की ओर से रंगारंग नृत्य प्रस्तुति दी गई, जिसमें ‘तुझे याद कर लिया है‘, ‘जैसे चमके दामिनी‘ और ‘पिया रे‘ जैसे सूफी गीत शामिल थे। शांति एशियाटिक स्कूल के स्टूडेंट्स के रॉक बैंड की ओर से फ्यूजन डांस प्रस्तुत किया गया। इस प्रस्तुति में मणिपुरी, कथकली एवं भरतनाट्यम सहित भारत के कई शास्त्रीय नृत्य शामिल थे। इनके अलावा, डीपीएस, जयपुर की ओर से एक ऐतिहासिक नृत्य भी पेश किया गया।फेस्टिवल के दौरान इसके प्रतिभागी स्कूलों की प्रिंसिपल्स भी मौजूद रहीं। इनमें अनु भटिया (सेंट एडमंड्स), उर्वशी वारमन (द पैलेस स्कूल), कायनात (मदरसा रेहमानी स्कूल), रेखा यादव (निम्स इंटरनेशनल स्कूल), रीता तनेजा (एसवी पब्लिक स्कूल), नीलिमा शर्मा (शांति एशियाटिक स्कूल), श्वेतिका जैन (मालवीय कॉन्वेंट स्कूल) शामिल थीं।फेस्टिवल के अंतिम दिन कल, 15 दिसम्बर को संस्कार स्कूल के स्टूडेंट्स द्वारा ‘सॉंग ऑफ फ्रीडम‘ प्रस्तुत किया जाएगा, जिसके जरिए भारतीयों में 15 अगस्त 1947 के दिन स्वतंत्रता की भावना को पुनः जीवंत किया जाएगा।

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