जयपुर। गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह के एनकाउंटर मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे राजपूत समाज का गुस्सा अब भाजपा नेताओं और पार्टी को झेलना पड़ रहा है। सांवराद रैली के बाद आनन्दपाल के दाह संस्कार और परिजनों द्वारा जबरन दाह संस्कार के आरोपों से राजपूत समाज नेता और समाज के लोग गुस्से में बताए जाते हैं। इसमें भाजपा के नेता और कार्यकर्ता भी हैं, जो खुलकर आनन्दपाल के समर्थन में बयानबाजी कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार जालौर दौरे पर भाजपा अध्यक्ष अशोक परनामी को राजपूत समाज के लोगों का विरोध झेलना पड़ा।

परनामी का कार्यक्रम जहां था, उसके पास ही लोगों ने काले झण्डे लहराकर विरोध जताया। साथ ही पुलिस, भाजपा और सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। दूसरे जगहों पर भाजपा नेताओं और विधायकों को राजपूत समाज का विरोध प्रदर्शन झेलना पड़ रहा है। फेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया में भी भाजपा के खिलाफ मुहिम चला रखी है राजपूत समाज के लोगों ने। राजपूत समाज आनन्दपाल एनकाउंटर मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग कर रहा है। जबकि सरकार इसके पक्ष में नहीं है। वह सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के मुताबिक एसआईटी से जांच के लिए तैयार है। जबकि परिजन और समाज के नेता इसका विरोध कर रहे हैं।

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