जयपुर। गैंगस्टर आनंदपाल सिंह को श्रद्धाजंलि देने के लिए 12 जुलाई को हुई सभा के बाद मचे उपद्रव में मारे गए हरियाणा निवासी लालचंद शर्मा के शव का तीसरे दिन शनिवार को भी पोस्टमार्टम नहीं हो सका। पुलिस ने लालचंद का शव नागौर से जयपुर स्थित एसएमएस अस्पताल मोर्चरी भेज दिया था।

लालचंद रेहड़ी लगाकर अपना जीवन यापन करता था। उपद्रव के दौरान उसको बुरी तरह पीटा गया था। जिससे उसकी मौत हो गई। इस मामले में लालचंद के परिवार को सूचित भी किया गया। पुलिस का कहना है कि लालचंद के परिजन रविवार को जयपुर आएंगे। लेकिन बताया जा रहा है कि लालचंद के परिजनों की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं हो पाने से वे जयपुर आने व शव को वापस ले जाने की स्थिति में नहीं है।

-कफ्र्यू की बढ़ाई मियाद
इधर 12 जुलाई को मचे उपद्रव के बाद नागौर के सांवराद गांव में कफ्र्यू लगा दिया गया था। जिससे पुलिस ने शांति व्यवस्था के मद्देनजर 18 जुलाई तक बढ़ाने का फैसला किया है। 13 जुलाई को मानवाधिकार आयोग के सख्त आदेश के बाद आनंदपाल का अंतिम संस्कार तो हो गया। लेकिन उसके बाद प्रदेश के पश्चिमी हिस्से अब एक नए आंदोलन की आंच उठती नजर आ रही है। राजपूत समाज के लोग आनंदपाल एनकाउंटर की सीबीआई जांच के मामले में अब बड़े प्रदर्शन की तैयारी में जुटे। ऐसे में शांति बनी रहे। इसको लेकर प्रशासन ने सांवराद में 18 जुलाई तक कफ्र्यू को जारी रखने का फैसला किया है।

-नहीं मिले हथियार, दर्ज हुए मुकदमे
एक ओर जहां रेलवे ने सपंत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में 5 हजार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। रेलवे ने मुकदमा तो दर्ज किया, लेकिन उसकी एफआईआर में लोगों के नाम नहीं है। जहां पुलिस अब वीडियोग्राफी के जरिए लोगों की पहचान करने में जुटी है। वहीं उपद्रव के दौरान पुलिस से लूटी गई दो पस्टिर, वायरलैस सेट व एके-47 का अभी तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है। इसके लिए पुलिस टीम बनाकर जांच में जुटी है।

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