जयपुर। जयपुर के बहुचर्चित हाई-प्रोफाइल रेप ब्लैकमेलिंग केस में खाकी पर भी गाज गिरी है। ब्लैकमेलिंग में आरोपियों के साथ लिप्तता के साक्ष्यों के बाद एसओजी ने महेश नगर थाने के हेड कांस्टेबल बलराम को आज मंगलवार गिरफ्तार किया है। एसओजी ब्लैकमेलिंग में लिप्त दूसरे पुलिसकर्मियों की साक्ष्य जुटा रही है। आधा दर्जन पुलिसकर्मी संदेह के दायरे में है। इनमें एसआई से लेकर कांस्टेबल है। पहले भी एक कांस्टेबल चौहान को एसओजी ब्लैकमेलिंग मामले में गिरफ्तार कर चुकी है। जयपुर के चर्चित हाईप्रोफाइल ब्लैकमेलिंग केस में गिरफ्तार संगठित गिरोह के सदस्यों के पुलिसकर्मियों और पुलिस थानों की मिलीभगत के आरोप लगते रहे हैं। पीडित पक्षों ने भी शिकायत की है कि कई पुलिसकर्मियों ने थाने में ही राजीनामे का दबाव बनाया। जब उन्होंने झूंठा फंसाने के बयान और साक्ष्य दी तो उन पर विश्वास नहीं जताया और गिरोह के सदस्यों के साथ षड्यंत्र में शामिल रहे। एसओजी ने हैड कांस्टेबल बलराम को परिवादी कमलेश गुप्ता की शिकायत के मामले में पकड़ा है। गुप्ता ने एसओजी को रिपोर्ट दी थी कि दुष्कर्म का भय दिखाकर उसके साथ ठगी की गई। मामले के अनुसंधान में सामने आया कि महेश नगर थाने में पदस्थापित हैड कांस्टेबल बलराम भी ब्लैकमेलिंग षड्यंत्र में शामिल रहा। इस पर एसओजी ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में एसओजी पहले ही ब्लैकमेलिंग में लिप्त महेश यादव, वंदना भट्ट, पूनम कँवर को गिरफ्तार कर चुकी है। मामले में कुछ अन्य आरोपी भी शामिल है, जो फरार है। एसओजी बलराम को बुधवार कोर्ट से रिमाण्ड पर लेगी।

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