रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘यह साझा सैन्य अभ्यास अभियानों के संपूर्ण पटल पर पेश आने वाली चुनौतियों का निदान करने के लिए दोनों की देशों की बढ़ती हुई प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करेगा।’’ उसने कहा कि यह अभ्यास परस्पर विश्वास और पारस्परिकता को मजबूत करने और अनुभवों को साझा करने की दिशा में कारगर साबित होगी।
नयी दिल्ली. भारत और रूस कल फ्राइडे से 10 दिनों के व्यापक सैन्य अभ्यास की शुरुआत करेंगे, जिसमें पहली बार दोनों देशों की सेनाएं, नौसेनाएं और वायुसेनाएं साथ में शिरकत करेंगी। ‘इंद्र’ नामक यह अभ्यास रूस में होगा जिसकी बुनियादी मकसद दोनों देशों की सेनाओं के बीच समन्वय स्थापित करना है।