जयपुर। एक ओर जहां प्रदेश में शराबबंदी को लेकर महिलाएं व आमजन आंदोलन पर उतरा हुआ है। वहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले से शराब की बिक्री पर असर देख राज्य सरकार ने तोड़ निकाला। अपनी इस कारगुजारी में सरकार ने रास्ता भी ऐसा अख्तैयार किया कि एकाएक कोई अंगुली भी नहीं उठा सकता। जी हां सरकार ने जयपुर से निकलने वाले सभी राजमार्ग को शराब की बिक्री के लिए खत्म कर दिया है। सरकार ने डिनोटिफाई करते हुए शहरी रोड बना दिया है। इस लिहाज से ये राजमार्ग न होकर शहरी सड़क के नाम से जाने जाएंगे। बता दें जयपुर से तीन राजमार्ग गुजरते हैं। इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-8, 11 और 13 है। इन तीनों ही राजमार्गों पर वो शहरी इलाका जहां बड़े और पांच सितारा होटल बने हुए हैं। उनके मामले में सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का तोड़ निकाला और इन्हें राजमार्ग की सूची से खत्म कर शहरी सड़क बना दिया। स्थिति को देखे तो सबसे ज्यादा पांच सितारा और तीन सितारा होटल एनएच-8 से होकर जाने वाले दिल्ली-गुडग़ांव-जयपुर राजमार्ग पर है। इनके मामले में आबकारी महकमे का तर्क है कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का असर ज्यादातर होटलों और बार पर नहीं पड़ेगा। इसके पीछे कारण बताया कि यह इलाका नगर निगम जयपुर के अन्र्तगत आता है। जहां जनसंख्या 20 हजार से कम है। इस लिहाज से यहां 220 मीटर की दूरी पर शराब आसानी से बेची जा सकती है परोसी जा सकती है। कुछ ऐसा ही हाल आगरा से बीकानेर जाने वाले और जयपुर से होकर निकलने वाले जयपुर सीकर राजमार्ग पर देखा जा सकता है। जहां चौमूं स्थित टांटियवास टोल प्लाजा के पास बीयर बार है तो राजमार्ग के राधास्वामी बाग के समीप शराब के ठेके। इसमें भी सरकार का यह पेंच शराब ठेकेदारों के लिए संरक्षण प्रदान कर रहा है। सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो राष्ट्रीय व राज्य मार्गो पर शराब की कुल 2800 दुकानें और बार है। जिनसे सरकार को 6500 करोड़ की मोटी कमाई होती है। सरकार का लक्ष्य है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से अपनी आधी दुकानों को बचाकर कमाई को कम होने से बचाया जा सके। इसके लिए आबकारी विभाग कानूनवेत्ताओं की सलाह भी ले रहा है। आबकारी आयुक्त ओपी यादव ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का असर एनएच-8 पर तो कम पड़ेगा। इन इलाकों मे आबादी 20 हजार से कम है। इसी तरह जो होटल व बार 220 मीटर के दायरे में आ रहे हैं। उनकी राजमार्ग से नापजोख कराई जा रही है। सीमा में आने की स्थिति में बार को पीछे के हिस्से में शिफ्ट कर दिया जाएगा।

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