जयपुर। जोधपुर विकास प्राधिकरण के पूर्व चेयरमैन राजेन्द्र सोलंकी को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गिरफ्तार कर लिया है। इसकी पुष्टि ब्यूरो के एक अधिकारी ने मीडिया के समक्ष आकर की। ब्यूरो के अनुसार राजेन्द्र सोलंकी पर आरोप हैं कि विगत कांग्रेस सरकार के शासनकाल में जेडीए चेयरमैन पद पर रहते हुए उन्होंने जोधपुर में हुए विकास कार्यों में गंभीर अनियमितता बरती। जहां नियम कायदों को तांक में रखकर करोड़ों रुपए के कार्य करवाए। मामले में एसीबी ने जांच की तो आरोप सही पाए गए। जांच में राजेन्द्र सोलंकी, मुख्य अभियंता के.के.माथुर समेत एक दर्जन से अधिक अफसर-कर्मचारी व अन्य को दोषी माना। जांच के बाद से ही राजेन्द्र सोलंकी व के.के.माथुर फरा हो गए। हालांकि राजस्थान हाईकोर्ट से सोलंकी व माथुर ने अग्रिम जमानत ले ली थी। लेकिन एसीबी ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर अग्रिम जमानत अर्जी मंजूर करने के आदेश को चुनौती दी। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगा दी। ब्यूरो से जुड़े अधिकारी ने बताया कि सोलंकी पर यूं तो चार अलग-अलग मामले दर्ज किए गए। लेकिन 110/2016 प्रकरण में सोलंकी ने आदर्श नगर महासमर में सामुदायिक भवन के एक ही फ्लोर को बनाने के लिए 2-2 करोड़ के दो टैण्डर लिए थे। जिससे फर्जीवाड़ा सामने आया। कोर्ट आदेश मिलते ही एसीबी ने राजेन्द्र सोलंकी पर शिकंजा कस उन्हें गिरफ्तार कर लिया। जबकि अभियंता केके माथुर अभी भी फरार ही है।

-जनप्रहरी की ताजातरीन खबरों से जुडऩे के लिए लाइक करें।

LEAVE A REPLY