जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की सीकर टीम ने शनिवार को कार्रवाई करते हुए घुमंतू बोर्ड के पूर्व चेयरमैन गोपाल केसावत को साढ़े अट्ठारह लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। साथ ही एसीबी ने इसके साथ तीन अन्य दलालों को भी हिरासत में लिया है। फिलहाल पूछताछ की जा रही है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि एसीबी की सीकर टीम को परिवादी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि राज्य घुमंतू जाति कल्याण बोर्ड के पूर्व चेयरमैन गोपाल केसावत अपने दलाल अनिल कुमार धरेन्द्र, ब्रह्मप्रकाश, रविन्द्र शर्मा के मार्फत राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित अधिशासी अधिकारी (ई.ओ.) भर्ती परीक्षा में पास करवाने एवं ओएमआर शीट बदलवाने के नाम पर चालीस लाख रुपये रिश्वत की मांग रहा है। एसीबी सीकर टीम के उप निरीक्षक राजेश जागिड़ ने शिकायत का सत्यापन किया, जिसमें 25 लाख रुपए की रिश्वत का मांग करने का सत्यापन हुआ। सत्यापन के बाद शुक्रवार को सीकर में दलाल अनिल कुमार और ब्रह्मप्रकाश को 18.50 लाख रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। इस 18.5 लाख रुपये में से 7.5 लाख रुपये शिकायतकर्ता को वापस देते हुए जयपुर में राजस्थान राज्य विमुक्त, घुमंतू व अर्द्धघुमंतू कल्याण बोर्ड के पूर्व चेयरमैन गोपाल केसावत को देने के लिए कहा गया। इस पूरी कार्रवाई को गोपनीय रखा गया। दूसरी तरफ दलाल अनिल कुमार और ब्रह्मप्रकाश पास में बचे हुए 11 लाख में से शुक्रवार रात ही सीकर में दलाल रविन्द्र शर्मा पुत्र बलराम को 7 लाख 50 हजार रुपये रिश्वत के देने पहुंचे। यहां एसीबी ने रविंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में किसी भी आरपीएससी के अधिकारी या कर्मचारी की संलिप्तता सामने नहीं आई है। भाजपा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल ने गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आरएएस भर्ती परीक्षा पास कराने के एवज में 18.5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए राज्य विमुक्त, घुमंतू व अर्धघुमंतू कल्याण बोर्ड का पूर्व चेयरमैन गोपाल केसावत की गिरफ्तार से उनके लगाए गए आरोप से यह साबित हो गया है कि राज्य की सबसे बड़ी परीक्षा में ऊपर से नीचे तक धांधली हुई है। परीक्षा की प्रारंभ से ही सरकार की ओर से आपाधापी साफ दिख रही है। चहेतों का चयन करने के लिए धांधली की शुरुआत आरएएस की प्री परीक्षा से ही हो गई। इसमें सही प्रश्नों को भी आरपीएससी ने गलत दर्शाया और मेहनत करने वाले बच्चों को सुप्रीम कोर्ट तक चैंलेंज किया और उन्हें बाहर करवाया। मुख्य परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की निजी लोगों से जंचवाया और अपने लोगों को मनमाने तरीके से पास करवाया। अब इंटरव्यू में धांधली करते हुए गोपाल केसावत पकड़ में आ ही गया है। उनकी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग है कि वह पूरी प्रक्रिया की सीबीआई से जांच करवाने की अनुशंसा करें।
-कांग्रेस नीचे से ऊपर तक भ्रष्ट पार्टी : शेखावत
कांग्रेस नेता गोपाल केसावत के घूस लेते गिरफ्तार होने पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने तीखा कटाक्ष किया। शेखावत ने कहा कि कांग्रेस नीचे से ऊपर तक भ्रष्ट पार्टी है। हाईकमान को जब तक काला पैसा मिलता रहेगा, गहलोत की तूती प्रदेश कांग्रेस में बोलती रहेगी।
शनिवार को गोपाल केसावत की कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ फोटो साझा करते हुए शेखावत ने ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि तस्वीर में राहुल गांधी उस गोपाल केसावत से हाथ मिला रहे हैं, जिसे आरएएस भर्ती परीक्षा पास कराने के एवज में 18.5 लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है। गोपाल राज्य विमुक्त, घुमंतू एवं अर्धघुमंतू कल्याण बोर्ड का पूर्व चेयरमैन है, जिसे राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त था। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस नीचे से ऊपर तक भ्रष्ट पार्टी है। राजस्थान सरकार राहुल गांधी ऐशो-आराम के लिए जमकर भ्रष्टाचार कर रही है। हाईकमान को जब तक काला पैसा मिलता रहेगा, गहलोत की तूती प्रदेश कांग्रेस में बोलती रहेगी।

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