– दो दिन की भारी बारिश ने राजस्थान में बाढ़ के हालात पैदा कर दिए
जयपुर. दो दिन की भारी बारिश ने राजस्थान में बाढ़ के हालात पैदा कर दिए हैं। सात जिलों में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। कोटा, धौलपुर और झालावाड़ में पानी में फंसे हजारों लोगों का रेस्क्यू करने के लिए सेना को तैयार करने के लिए कहा गया है। बारां जिले के छबड़ा क्षेत्र के खुरई, गोड़िया मेहर, बटावदापार गांव टापू बन गए, जिसके कारण कई लोग पानी में फंस गए। इन लोगों को हेलिकॉप्टर से एयरलिफ्ट किया गया। बताया जा रहा है कि यहां 25 से ज्यादा लोग फंसे थे, सेना के हेलिकॉप्टर के जरिए उनका रेस्क्यू किया गया। वहीं, पांच से ज्यादा जिलों में एनडीआरएफ (नेशनल डिजास्टर रिलीफ फोर्स) और एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिलीफ फोर्स) की 17 टीमों को भेजा गया है। उफान मारती नदियों और ओवरफ्लो डैम से पानी छोड़े जाने के कारण स्थिति तेजी से बिगड़ी है। झालावाड़, बारां, बूंदी, कोटा, सवाई-माधोपुर और करौली में 40 हजार से ज्यादा लोग बाढ़ की स्थिति का सामना कर रहे हैं। प्रशासन की सेना से मदद मांगने के बाद आर्मी ने झालावाड़, धौलपुर में एक-एक कॉलम उतारे हैं।
वहीं, कोटा में एनडीआरएफ की दो टीमें के अलावा आर्मी को भी तैयार रखा गया है। बारां में 1-1 एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को उतारा है। बूंदी में 2 एसडीआरएफ, धौलपुर में 4 एसडीआरएफ और एक आर्मी का कॉलम, करौली में 2, सवाई माधोपुर में 2 एसडीआरएफ की टीमें राहत बचाव के लिए भेजा गया है।
बीते 24 घंटे में उदयपुर, जयपुर, कोटा, अजमेर और भरतपुर संभाग के कई जिलों में 3 से लेकर 11 इंच तक बरसात हुई। तेज बारिश से यहां नदियां-नाले उफान मार रहे हैं। प्रदेश के सबसे बड़े बांधों में शामिल बीसलपुर से पानी छोड़े बिना ही टोंक, सवाई माधोपुर में बनास नदी अपने पूरे वेग के साथ बहने लगी हैं। इधर उदयपुर में नेशनल हाईवे बंद होने से वाहनों की लाइन लग गई है। वहीं, राजधानी जयपुर में भी आज सुबह से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। वहीं, जल्द बीसलपुर के भी गेट खोलने की तैयारी की जा रही है। तेज बारिश का सबसे अधिक प्रभाव हाड़ौती क्षेत्र के जिलों में देखा जा रहा है। वहीं करौली जिले में चंबल का जल स्तर बढ़ने से 50 से अधिक गांवों से संपर्क टूट गया है।
मौसम केन्द्र जयपुर और जल संसाधन विभाग राजस्थान से मिली रिपोर्ट देखें तो पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा बरसात झालावाड़ के डग में हुई। यहां 289एमएम ( 11 इंच से ज्यादा) बरसात हुई। वहीं, प्रतापगढ़ के अरनोद में 258एमएम (करीब 10 इंच) पानी बरसा। इसके अलावा अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, झालावाड़, उदयपुर जिलों में भी तेज बारिश हुई। झालावाड़ में तेज बारिश के चलते कालीसिंध बांध के 27 गेट खोले हैं, जिनसे 6 लाख 27,218 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। वहीं भीमसागर के 5 , छापी के 10, राजगढ़ बांध 7 के गेट खोलकर लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। वहीं, चंबल नदी पर बने राणा प्रताप सागर 16, जवाहर सागर 11, कोटा बैराज 14, गांधी सागर के 19 गेट खोले गए हैं। मौसम विभाग की माने तो तेज बारिश से लोगों को 24 अगस्त से राहत मिलने की उम्मीद है। कल से इस सिस्टम का असर धीमा पड़ जाएगा और केवल पश्चिमी राजस्थान के कुछ एरिया में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 25 अगस्त को राज्य के अधिकांश एरिया में मौसम साफ रह सकता है।
अजमेर, जयपुर की लाइफ लाइन माने जाने वाले बीसलपुर बांध में भी पानी की आवक तेज हो गई। गंभीरी डेम से पानी छोड़े जाने के बाद त्रिवेणी नदी का गेज बढ़कर 7 मीटर पर पहुंच गया, जिसके चलते बांध का गेज पिछले 24 घंटे के दौरान 313.02 से बढ़कर 314.40 आरएल मीटर पर पहुंच गया। बांध की मॉनिटरिंग कर रहे इंजीनियरों की मानें तो जिस स्पीड से पानी आ रहा है, उसे देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि बांध के अगले 2-3 दिन में गेट खोलने पड़ सकते हैं। झाड़ोल में 3 घंटे में 58 एमएम बरसात हो चुकी है। इधर उदयपुर के ताज अरावली होटल के बाहर वाली पुलिया पूरी तरह पानी में डूब गई। इससे होटल का सम्पर्क कट गया। आवक से पीछोला झील के चारों गेट ढाई फीट खोल गए हैं। टोंक के नगर फोर्ट में हुई भारी बारिश के बाद टोंक-नैनवा मार्ग पर आवागमन बन्द हो गया। इधर टोंक में कई साल बाद बनास नदी भरकर बहती दिखी। अक्सर ये नदी बीसलपुर बांध से पानी छोड़े जाने के बाद ही बहती दिखती है। बारां में ल्हासी और अंधेरी नदी के उफान पर होने के कारण देर रात 10 बजे से ही छबड़ा व छीपाबडौद मार्ग अवरुद्ध है। इधर पार्वती नदी के उफान पर होने से धरनावदा- छबड़ा मार्ग, जलवाड़ा-बराना मार्ग सहित अन्य मार्ग अवरुद्ध है। करौली में जिला प्रशासन की ओर से आज सुबह से ही राहत-बचाव कार्य के लिए टीमों को भेजा रहा है। जयपुर में सबसे ज्यादा बारिश दूदू में 48 MM रिकॉर्ड की गई। वहीं, जयपु शहर बीते 24 घंटे में कुल 29एमएम बारिश हुई। इसके अलावा जमवारामगढ़ में 36 एमएम, फागी में 34 एमएम, आमेर में 28, आंधी में 26, बस्सी में 27, चोमूं में 21, जोबनेर में 24, नारायणा में 26 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई।

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