नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 अक्टूबर गुरुवार को फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बातचीत की है। इस दौरान PM ने गाजा के अल अहली अस्पताल में नागरिकों की मौत पर भी संवेदना व्यक्त की। मोदी ने अब्बास को भरोसा दिलाया कि भारत फिलिस्तीन के लोगों के लिए मानवीय मदद जारी रखेगा। इजराइल और हमास की जंग का आज 13वां दिन है। हमास के कब्जे वाले गाजा के हेल्थ डिपार्टमेंट के हवाले से बताया है कि गाजा में अब तक कुल 3785 लोग मारे गए हैं। इनमें 1524 बच्चे और 120 बुजुर्ग हैं। 12 हजार 493 लोग घायल हैं। इनमें चार हजार बच्चे हैं। मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात गाजा सिटी के हॉस्पिटल पर रॉकेट हमले में 500 लोग मारे गए थे। हमास और इजराइल हमले का आरोप एक-दूसरे पर लगा रहे हैं।  अमेरिकी इंटेलिजेंस अफसरों के हवाले से जारी एक रिपोर्ट में कहा- मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात गाजा के हॉस्पिटल पर हमला हमास ने किया। हम शुरुआती इंटेलिजेंस रिपोर्ट्स के आधार पर इस नतीजे तक पहुंचे हैं। इंटेलिजेंस इनपुट्स के लिए सैटेलाइट इमेजेस और इन्फ्रारेड डेटा जुटाया गया। इसमें साफ हुआ कि गाजा के अंदर से ही कोई रॉकेट या मिसाइल दागी गई। यह इजराइल की तरफ से नहीं आई। इसके पहले इजराइल ने भी यही दावा किया था। इसके बाद उसने बतौर सबूत हमास के दो मेंबर्स की बातचीत का ऑडियो भी जारी किया था। अमेरिकी राष्ट्रपति बुधवार 18 अक्टूबर को इजराइल पहुंचे थे। उन्होंने तेल अवीव में इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, प्रेसिडेंट इसाक हर्जोग और वॉर कैबिनेट से मुलाकात की। वे यहां करीब 4 घंटे रहे। अमेरिका रवाना होने से पहले बाइडेन ने गाजा की मानवीय मदद के लिए 100 मिलियन डॉलर की मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि यह सामान हमास के हाथों तक न पहुंच सके। अमेरिकी राष्ट्रपति के इजराइल से रवाना होते ही वहां दोबारा हमास के हमले होने लगे। भास्कर रिपोर्टर के मुताबिक भारतीय समयानुसार रात 11 बजे तेल अवीव में धमाकों की आवाजें आने लगीं। एक रॉकेट समंदर में गिरा, जिसके बाद वहां बड़ी लहरें उठने लगीं। दूसरी तरफ, सऊदी अरब ने लेबनान में मौजूद अपने नागरिकों से फौरन वहां से निकलने को कहा है।

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