आज दुनिया में रिकॉर्ड संख्या में कोरोना मरीज आए। करीब पच्चीस लाख मामले कोरोना के दर्ज हुए हैं। अमरीका में सर्वाधिक साढ़े सात लाख केस आए है। फ्रांस, कनाड़ा, आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, इटली, अर्जेंटीना में भी चौबीस घंटे के दौरान एक लाख से अधिक केस दर्ज किए गए हैं। भारत में भी एक लाख सत्रह हजार केस पॉजिटिव आए हैं। आज रिकॉर्ड तोड मरीजों की संख्या को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने भी चेतावनी जारी की है। डब्ल्यूएचओ के मुखिया ने ओमीक्रॉन को हल्के में ना लेने को कहा है। कोरोना के इस नए वेरियंट ओमीक्रॉन फिलहाल कम घातक है, लेकिन भविष्य में इसमें क्या बदलाव हो सकते हैें। यह भविष्य में ही पता लगेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि भविष्य में आने वाला वेरिएंट ओमिक्रॉन कितना माइल्ड होगा या नहीं, इसकी कोई गारंटी नहीं है। ओमीक्रॉन पोस्ट कोविड आने वाले समय में क्या असर दिखाई देगा। यह भी चिंता का कारण है। ऐसे हालात में डब्ल्यूएचओ और मेडिकल विशेषज्ञ भी मानते हैं कि ओमीक्रॉन को हल्के में लेना ठीक नहीं है। अभी यह रहस्यमयी बीमारी है। अभी इस पर रिसर्च चल रही है। यह नया वेरियंट क्या गुल खिलाएगा, किसी को पता नहीं है। कोरोना वायरस एक नया वायरस है। यह इतनी जल्द कमजोर नहीं हो सकता। ऐसा विशेषज्ञ मानते हैं।  यह दुनिया भर में लोगों को संक्रमित कर रहा है। ओमिक्रॉन गलती से एक माइल्ड वेरिएंट में विकसित हो चुका है। हालांकि यह गलती से कम खतरनाक बन गया है, लेकिन यह तेजी से फैल रहा है और लोगों को ग्रसित कर रहा है। अगर इसे हल्के में लिया तो यह खतरनाक भी हो सकता है। ऐसे में हमें कोविड नियमों की पालना करते हुए जीवन यापन करना होगा। साथ ही अपनी इम्यूनिटी मजबूत रखनी होगी। वैक्सीन की दोनों डोज ही इस महामारी से बचा सकती है।

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