जयपुर। 20 दिन पहले शिप्रापथ थाने से तबादला होने के बाद भी एक आरोपी की मदद करने की एवज में 7० हजार रुपए की रिश्वत लेते मंगलवार को रंगे हाथ गिरफ्तार हुई महिला थाना ईस्ट में थानेदार गीता चौधरी (42) पत्नी नीरज जाट निवासी मुकुन्दगढ़ मण्डी-झुंझुनूं हाल क्वार्टर नम्बर-3, अशोक नगर थाना को एसीबी मामलों की विशेष कोर्ट-एक में जज बलजीत सिंह ने बुधवार को 23 दिसम्बर तक न्यायिक हिरासत में सेन्ट्रल जेल भेज दिया। इस संबंध में बयाना भरतपुर निवासी माधव राम ने 2० नवम्बर को एसीबी में डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत मांने की शिकायत दर्ज कराई थी। 21 नवम्बर को किए सत्यापन में गीता ने 1० हजार रुपए ले लिए। 2० दिन पहले उसका शिप्रापथ से तबादला हो गया। गीता ने नए जांच अधिकारी राजेन्द्र मीणा से बात होना बताकर मदद की 1०० प्रतिशत गारन्टी देकर मंगलवार को रिश्वती राशि अपनी बोलेरो कार की डिक्की में रखवा लिए थे। गीता का पति आस्ट्रेलिया में व्यवसाय करता है। जांच अधिकारी महेश शर्मा ने कोर्ट को गीता से अनुसंधान पूर्ण होना बताते हुए जेसी मांगी।