संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आज आपात वार्ता के दौरान गाजा पट्टी में इस्राइल- फलस्तीन हिंसा के और बढ़ने की चिंताओं के बारे में सुना। हालांकि हिंसक झड़पों पर संयुक्त बयान जारी करने पर सहमति नहीं बन पाई। एक प्रवक्ता ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने‘‘ स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच’’ का भी आह्वान किया और शांति प्रयासों को फिर से शुरू करने को लेकर विश्व निकाय की तत्परता को दोहराया। कुवैत ने गाजा में अस्थिरता की स्थिति पर चर्चा करने के लिए बैठक बुलाने का अनुरोध किया था जिसमें फलस्तीन ने कहा कि वर्ष2014 के गाजा युद्ध के बाद से इस्राइल की ओर से एक ही दिन में अब तक की सबसे घातक हिंसा में16 लोग मारे गए।

राजनीतिक मामलों के सहायक संयुक्त राष्ट्र महासचिव ताये ब्रूक जेरिहोउन ने कहा, ‘‘ इस बात का डर है कि आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ सकती है।’’ अमेरिका में इस्राइल के राजदूत डेनी डेनन ने बैठक से पहले एक लिखित बयान में हिंसा के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया। गौरतलब है कि गाजा पट्टी के हजारों निवासियों ने फलस्तीनी शरणार्थियों के लौटने के अधिकार की मांग करते हुए इस्राइली सीमा की ओर मार्च किया था जिसके बाद हिंसा भड़क उठी। इस्राइली सैनिकों ने फलस्तीनियों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और गोलियां चलाई। गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इस्राइली सेना की कार्रवाई में16 फलस्तीनी मारे गए और1,400 से अधिक घायल हो गए।

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