जयपुर। राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ उपखंड में एसडीएम पद पर पदस्थापित रामेश्वर दयाल मीणा का शव मिल गया। लेकिन एसडीएम मीणा के परिजनों ने हत्या के अंदेशे के चलते कलिंजरा में चालक अशोक बागड़ी सहित 20 लोगों के खिलाफ, हत्या, अपहरण व जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया।

एसपी कालूराम रावत ने मामले की जांच डीएसपी जीवनसिंह राणावत को सौंप दी। सोमवार को रामेश्वर दयाल मीणा के शव का पोस्टमार्टम कराने का पुलिस ने प्रयास किया। लेकिन मीणा के बेटे संदीप ने कुशलगढ़ में उसके पिता के शव का पोस्टमार्टम कराने से साफ इंकार कर दिया। साथ ही कहा कि उसके पिता के शव का पोस्टमार्टम उदयपुर मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम कराया जाए। आरोप लगाया कि यहां डॉक्टर मिले हुए हैं और पूरे तथ्या सामने नहीं आ पाएंगे। जिससे मीणा के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका।

-लगाए हत्या के आरोप, सीबीआई जांच की मांग
एसडीएम के पुत्र संदीप ने आरोप लगाते हुए कहा कि उसके पिता की हत्या की गई है। एसडीएम मीण के माथे पर चोट के निशान है तो शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं है। जबकि शनिवार को उनकी घड़ी भी रास्ते में ही पड़ी मिली। संदीप ने कहा कि जब तक पुलिस कमिश्नर व आईजी मौके पर नहीं आते वे शव को नहीं उठाएंगे। वहीं भांजे राजेश कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से कराया जाए। जिसमें अलग-अलग समाजों के चिकित्सक शामिल हो। साथ ही उन्होंने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग करते हुए कहा कि प्रशासन इसकी स्वीकृति लिखित में दें।

-25 किमी. दूर अनास नदी किनारे मिला शव
बता दें नदी में बहे कुशलगढ़ एसडीएम रामेश्वर दयाल मीणा का शव रविवार को हादसे के 48 घंटे बाद घटनास्थल से 25 किलोमीटर दूर अनास नदी के किनारे आनंदपुरी क्षेत्र के टांडी गांव में मिली थी। इस हादसे में चालक अशोक बागड़ी तो बच गया। लेकिन मीणा का पता नहीं चल पाया था। मीणा की तलाश में एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें लगी थीं।

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