जयपुर। आनंदपाल एनकाउंटर को लेकर पुलिस अफसरों ने कई खुलासे किए उन्होंने बताया कि। आनंदपाल एनकाउंटर की अगुवाई दिनेश एमएन ने की थी। ऐसे ही एनकाउंटर में वे 7 साल जेल की सजा काट चुके हैं और जमानत पर बाहर आए हुए हैं। उनका वह केस अभी तक भी चल रहा है जिस आदमी पर ऐसा केस पहले से चल रहा हो दोबार उन्हें थोड़ी फसाते। वैसे भी आनंदपाल के एनकाउंटर के समय चुरू व नागौर पुलिस सहित हरियाणा पुलिस सहित एसओजी क्यूआरटी और ईआरटी के करीब 50 जवान व अफसर थे ऐसे में कैसे फर्जी एनकाउंटर करके सच को छुपाया जा सकता था।

आनंदपाल मामले में यह पुलिस की दूसरी प्रेस वार्ता है। यह पहली बार है जब पुलिस के तीन बड़े अफसर एक साथ प्रेस वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। इस प्रेस वार्ता में उन्होंने एनकाउंटर से सम्बन्धित कई बड़े खुलासे किए जो अभी तक किसी को पता नहीं थे। उन्होंने यह भी बताया कि एनकाउंटर फर्जी होता तो श्रवण सिंह और उसके परिवार को भी खतरा हो सकता था। मगर पुलिस ने पहले उनके परिवार को सुरक्षित किया तथा उसके बाद आनंदपाल को समर्पण करने के लिए कहा मगर उसने पुलिस की नहीं सुनी और गोलियां चलाता रहा जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाई जिससे उसकी मौत हो गई।

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