CM Yogi

लखनऊ। कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए यूपी सरकार एनकाउंटर कर अपराधियो में खौफ बनाने लगी है। सीएम योगी के निर्देश के बाद पिछले 6 महीने में पुलिस ने मुठभेड़ में 15 इनामी अपराधियों को मार गिराया। वहीं 84 अपराधी गोली लगने से घायल हुए। सीएम योगी ने साफ कहा है कि निर्दोषों को छेड़ेंगे नहीं और दोषियों को छोड़ेंगे नहीं। सीएम के इसी निर्देश पर कार्रवाई करते हुए पुलिस अपराधियों पर कहर बनकर टूटी है। अपराधियों के खिलाफ चलाया अभियान, बता दें कि प्रदेश में बढ़ते अपराध ने आम जनमानस का जीना दुश्वार कर रखा था। कई सरकारें आई और गई, लेकिन एनकाउंटर की छूट नहीं दी गई। नतीजा यह हुआ कि अपराधियों के हौसले बढ़ने लगे। 10 साल बाद प्रदेश में 19 मार्च को भाजपा की योगी सरकार ने शपथ ली। जिसके बाद सरकार ने काम का तरीका बदला तो कई निजाम भी बदल गए। एनकाउंटर की छूट मिलते ही पुलिस ने भी अपराधियों के खिलाफ अभियान चला दिया।

6 महीने में कुल 420 मुठभेड़ हुई, सीएम ने डीजीपी को साफ निर्देश दिया था कि अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जाए। इसी निर्देश के बाद पुलिस हरकत में आई और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई। 20 मार्च से 14 सितम्बर तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो अपराधियों के साथ पुलिस की कुल 420 मुठभेड़ हुई है। इनमे शामली में 4, आजमगढ़ में 3, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर में 2-2 अपराधी मारे गए है। मेरठ में सबसे अधिक 9 अपराधी मारे गए है। जिसके बाद अपराधियों में दहशत फैल गई है। गैंगस्टर एक्ट के तहत की गई कार्रवाई, राजधानी में हुई एक मुठभेड़ में भी इनामी बदमाश मारा गया। मारे गए सभी बदमाशों का लम्बा चौड़ा इतिहास था। इस दौरान 88 पुलिसकर्मी भी घायल हुए। योगी सरकार के करीब 6 माह के कार्यकाल में 1106 अपराधी गिरफ्तार किए गए, जिनमें 868 कुख्यात अपराधी हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने इनाम रखा था। वहीं अब तक 54 अपराधियों पर रासुका और 69 पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।

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