जयपुर। दिल्ली में अप्रवासी राजस्थानियों की शीर्ष समाजसेवी संस्था राजस्थान रत्नाकर द्वारा नेताजी सुभाष प्लेस पीतमपुरा में आयोजित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली का सबसे बड़ा दिवाली मिलन मेला ’ग्रीन दीपावली’ का संदेश दे रहा है। राजस्थान रत्नाकर के चैयरमेन राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि मेले में लगे 125 स्टाल्स में पटाखों की एक भी दुकान नहीं है। साथ ही मेले में आतिशबाजी का आयोजन भी नहीं रखा गया है। यह दिल्ली में स्वच्छ पर्यावरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतिबिम्ब है। यह मेला स्वच्छ पर्यावरण व साफ सफाई की मिसाल बना हुआ है। पूरे मेला परिसर को ग्रीन कलर की वाल टू वाल कारपेट से कवर कर धूल व गर्दा रहित बनाया गया हैं। मेले में राजस्थान की हस्तशिल्प वस्तुओं के साथ ही ऑर्गेनिक व्यजंनों का आकर्षण लोगों को प्रभावित कर रहा है।
संस्था पिछले 44 वर्षों से दिल्ली में भव्य दिवाली मिलन मेला का आयोजन करती आ रही है। दो दिवसीय इस भव्य समारोह में हज़ारों लोगों के उमड़ते जन सैलाब के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों की जानी मानी हस्तियां भी भाग ले रही है। मेला परिसर को बहुत ही सुंदर व आकर्षक तरीके से सुसज्जित किया गया है। मेले में रविवार रात को संस्था की महिला सदस्यों द्वारा आकर्षक फैशन परेड के साथ ही जाने माने कलाकारों द्वारा विभिन्न आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गए। बैंड वादकों के साथ ही बहरूपिया कलाकारों ने भी लोगों को अपनी ओर आकृषित किया। मेला स्थल पर बांके बिहारी की भव्य व सुन्दर झांकी, विशाल मंच पर राजस्थानी लोक नृत्यों सहित अन्य मिली जुली आकर्षक व मनोरंजक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, पुरानी दिल्ली के मशहूर व्यंजन एवं चाट के साथ ही साड़ी बाजार,फैशन शो आदि के साथ ही अन्य कई आकर्षक आयोजन जन आकर्षण का केंद्र बने हुए है।