मुम्बई। होली की मस्ती बॉलीवुड की रंगीनियत की चर्चा के बिना फ ीकी सी लगती है। होली ने बॉलीवुड को जिस हद तक प्रभावित किया है, उतना प्रभाव किसी अन्य इंडस्ट्री पर नजऱ नहीं आता। तभी तो होली निर्माता-निर्देशकों की पहली पसंद रही है और लगभग हर दौर की फिल्मों को होली के रंग में सराबोर करने की कोशिश की गई। नवरंग की अरे जा रे हट नटखट से लेकर नए जमाने की फिल्म वक्त के लेट्स प्ले होली तक सिनेमा के पर्दे पर असंख्य फिल्में होली के रंगों से सराबोर होती रहीं। दर्शकों ने भी फिल्मों में दिखाए गए होली के विविध रूपों का रसपान किया।
बॉलीवुड में होली के रंग केवल फिल्मी पर्दे तक ही सीमित नहीं रहे बल्कि नामी-गिरामी फिल्मी हस्तियों के दिलों में अपनी जगह बनाते हुए इस इंडस्ट्री की शान बन गए। बॉलीवुड में होली खेलने की परंपरा शोमैन राज कपूर के आर. के. स्टूडियो से शुरू होकर फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन के बंगले प्रतीक्षा तक पहुंच गई। एक जमाना था जब होली के दिन फिल्मी जगत के सभी छोटे-बडे कलाकार आर. के. स्टूडियो में जमा होकर होली के दिन दिल खिल जाते हैं, रंगों में रंग मिल जाते हैं, की तर्ज पर धमाल मचाते हुए रंगों से सराबोर मस्ती में डूब जाते थे। उस समय आर. के. स्टूडियो में एक छोटे से तालाब में रंग घोला जाता था और इसमें लोगों को डुबो कर जमकर मस्ती की जाती थी। राजकपूर इस बात का पूरा ख्याल रखते थे कि होली की रंग में किसी तरह का भंग न पडे और ख़ासतौर से महिलाओं के साथ होली के नाम पर छेडखानी न की जाए। आज भी जब होली की बात चलती है, तो बरबस ही आर. के. स्टूडियो की होली का नाम सबकी जुबां पर आ जाता है। हालांकि, राज कपूर की परंपरा को कायम रखते हुए आज भी आर. के. स्टूडियो में होली पर भव्य आयोजन किए जाते हैं।

-जनप्रहरी एक्सप्रेस की ताजातरीन खबरों से जुड़े रहने के लिए यहां लाइक करें।

LEAVE A REPLY