जयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य ने कहा कि संघ के स्वयंसेवक समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अनेक संगठनों के माध्यम से सक्रिय है। अपनी उपलब्धि, अनुभव व निरीक्षण को सांझा करने की दृष्टि से हर साल ऐसी समन्वय बैठक का आयोजन होता है। श्रीधाम वृंदावन के केशव धाम में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक से पूर्व एक पत्रकार वार्ता में डॉ. मनमोहन वैद्य जी ने कहा कि 1 से 3 सितंबर तक आयोजित अखिल भारतीय बैठक में 35 अनुशांगिक संगठनों के प्रमुख उपस्थित रहेंगे।

बैठक में सहभागिता हेतु राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश भय्या जी जोशी, सहित वरिष्ठ अधिकारी वृंदावन स्थित केशव धाम में पहुंच चुके है। उन्होंने कहा कि वर्ष में इस प्रकार की दो बैठकों का आयोजन किया जाता है। जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अपने अनुभवों का आदान प्रदान किया जाता है। आज संघ के स्वयंसेवक शिक्षा, सेवा, सुरक्षा, स्वावलम्बन, आर्थिक, वैचारिक क्षेत्रों में कार्यरत हैं और समाज जीवन के हर स्तर में सक्रिय होने के कारण वहां से प्राप्त अनुभवों को सांझा करना, कार्य के विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि यह बैठक निर्णय करने वाली नहीं है, अपितु यहां वरिष्ठ अधिकारियों का अपने अनुभवों का समन्वय और आदान प्रदान होगा।

बैठक में आर्थिक, आंतरिक सुरक्षा व अन्य समसामयिक विषयों पर चर्चा होगी। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि सभी संगठन अपने निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं और अपनी कार्यपद्धति का निर्माण स्वयं करते है। जिन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है, उन्हें संघ की रचना समझनी चाहिए। मनमोहन वैद्य जी ने जानकारी दी कि बैठक में देशभर से संघ की विभिन्न गतिविधि प्रमुख उपस्थित रहेंगे। साथ ही विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डॉ. प्रवीण भाई तोगड़िया, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह सहित अन्य केंद्रीय मंत्रीमंडल के सदस्य उपस्थित रहेंगे। बैठक में उ.प्र. के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उपमुख्यमंत्री के आने की भी संभावना है।

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