भरतपुर। रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य कृपाल सिंह जघीना की 5 दिन पूर्व हुई जघन्य हत्या के मुख्य आरोपी समेत पांच आरोपियों को जिला पुलिस द्वारा गोवा के पास से गिरफ्तार कर लिया गया है। जमीनी विवाद तथा वर्चस्व की लड़ाई को लेकर गैंगस्टर कुलदीप जघीना और उसके साथियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर कृपाल सिंह की
हत्या कर दी थी। पुलिस की टीम ने 3 दिन में 4000 किलोमीटर से अधिक की यात्रा कर अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपियों की गिरफ्तारी पर 5-5 हजार रुपये का इनाम घोषित किया हुआ है।
गाड़ी में ताबड़तोड़ फायरिंग कर की गई थी हत्या 4 सितंबर की रात करीब 10:45 बजे कृपाल सिंह सर्किट हाउस से अपनी कार द्वारा घर लौट रहे थे पूर्व नियोजित षडयंत्र के तहत जगीना गेट के सामने पुलिया के पास कृपाल सिंह की गाड़ी को रोक अवैध हथियारों से ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई। कृपाल सिंह के भाई सत्यवीर सिंह की रिपोर्ट पर कुलदीप, कुंवरजीत, विजय पाल उर्फ भूरा, हरपाल
प्रभाव उर्फ भोला, शेर सिंह उर्फ भोला, मोना, सुधांशु, कौशल, योगराज
उर्फ टिंकू को नामजद कर 8-10 अन्य के विरुद्ध हत्या व आर्म्स एक्ट
में मुकदमा दर्ज किया गया।
– फील्ड-टैक्निकल टीम का गठन
इस बहुचर्चित सनसनीखेज हत्याकांड की गंभीरता को देखते हुए आईजी भरतपुर रेंज गौरव श्रीवास्तव एवं एसपी श्याम सिंह के निर्देशन में एएसपी रूरल बृजेश ज्योति उपाध्याय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार मीणा एवं सीओ सतीश वर्मा के मार्गदर्शन में एसएचओ रामनाथ सिंह, महेंद्र कुमार राठी, हिमांशु सिंह एवं जिले के अन्य थाना अधिकारियों के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपियों की तलाश की गई।
आरोपियों के अन्य राज्यों में फरारी काटने की सूचना मिलने पर एएसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय द्वारा उच्च अधिकारियों से मीटिंग कर टीम को दो भागों फील्ड टीम एवं टेक्निकल टीम में विभाजित किया गया। एक दिन पहले इंदौर से गोवा निकल गए आरोपी टीम को मिले इनपुट पर थाना अधिकारी कुम्हेर हिमांशु सिंह के नेतृत्व में फील्ड टीम को मध्यप्रदेश के इंदौर शहर भेजा गया। लोकल मुखबीर एवं तकनीकी आसूचना के आधार पर वहां से पता चला कि गैंगस्टर कुलदीप व उसके साथी इंदौर 1 दिन पहले आए थे। यहां से स्विफ्ट डिजायर कार की व्यवस्था कर गोवा की ओर रवाना हो गए। इस पर फील्ड टीम गोवा की ओर रवाना हो गई। अभियुक्तों द्वारा इंदौर काफी समय पहले छोड़ देने और काफी दूर निकल जाने पर आईजी गौरव श्रीवास्तव द्वारा महाराष्ट्र की कोल्हापुर पुलिस से समन्वय स्थापित कर पीछा कर रही भरतपुर की फील्ड टीम को सहयोग प्रदान करने के लिए कहा गया। उनके सहयोग से फील्ड टीम ने गोवा पहुंचने से कुछ ही घंटों पहले 5 अभियुक्तों को दबोच लिया।
भरतपुर से एसएचओ महेंद्र कुमार राठी के नेतृत्व में बैकअप टीम भेजी गई। दोनो टीम पांचों को लेकर भरतपुर पहुंच चुकी है। कृपाल सिंह हत्याकांड में पुलिस ने गोवा जा रहे गैंगस्टर कुलदीप सिंह उर्फ गौरु पुत्र कुंवर जीत (28), प्रभाव सिंह उर्फ भोला पुत्र महावीर सिंह (22) एवं राहुल जाट पुत्र परमवीर सिंह (28) निवासी जघीना थाना उद्योग नगर, विश्वेंद्र सिंह पुत्र विजेंद्र सिंह (28) निवासी गांव पाली थाना हेलेना हाल शास्त्री नगर थाना मथुरा गेट एवं विजय पाल सिंह उर्फ भूरा पुत्र वीरेंद्र सिंह (28) निवासी नगला खंगर उवार थाना उद्योग नगर को दस्तयाब कर गिरफ्तार किया।
– जमीनी विवाद को लेकर रचा गया षड्यंत्र
भरतपुर शहर में काली बगीची शीशम रोड पर स्थित बड़े भूखंड पर विवाद चल रहा था। इस भूखंड का सेटलमेंट कर जमीन से जुड़े सभी लोगों को निकालकर कुलदीप सिंह जघीना बेशकीमती जमीन को खरीद कर करोड़ों का सौदा कर पैसा कमाना चाहता था। कृपाल सिंह और उसके साथियों ने इस जमीन पर न्यायालय से स्टे प्राप्त कर लिया था, जिसे लेकर दोनों में ठनी हुई थी। इस बात को लेकर कुलदीप और उसके
साथियों ने कृपाल की गाड़ी को रोककर उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी थी।

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