नई दिल्ली। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के गौरखपुर में 60 से अधिक बच्चों की मौत हो गई थी। जिसके बाद राजनीति ने अपना खेल दिखाना शुरु कर दिया है। विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथों लिया तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग भी की। वहीं सरकार का कहना है कि बच्चों की मौत आॅक्सीजन की कमी से नहीं हुई है। इसी सिलसिले में आज  राहुल गांधी  गोरखपुर पहुंचे। राहुल के वहां पहुंचते ही राजनीति फिर तेज हो गई है। तथा बयानों का सिलसिला जारी हो गया है। राहुल यहां बच्चों के परिजनों से मिले, जिनकी बीआरडी अस्पताल में आॅक्सीजन की कमी के चलते मौत हो गई थी। राहुल गांधी के साथ गोरखपुर पहुंचे कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सीएम योगी के यहां से 5 बार सांसद होने के बावजूद उन्होंने अस्पताल के लिए कुछ नहीं किया। इससे पहले जब ये घटना सामने आई थी, तब कांग्रेस का एक डेलीगेशन दिल्ली से गोरखपुर गया था। जिसमें वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, आरपीएन सिंह और राज बब्बर शामिल थे। कांग्रेस नेताओं ने अस्पताल में बच्चों की मौत के लिए सीधे तौर पर योगी आदित्यनाथ सरकार को कठघरे में खड़ा किया था। इससे पहले राहुल गांधी के गोरखपुर दौरे पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर को पिकनिक स्पॉट ना बनने दे। दिल्ली में बैठा कोई युवराज और लखनऊ में बैठा कोई युवराज इस दर्द को नहीं समझ सकता। हम पूर्वी उत्तर प्रदेश को पिकनिक स्पॉट बनाने की इजाजत नहीं दे सकते। स्वच्छ और सुंदर यूपी बनाने की जरूरत है। 10-15 साल मे पिछली सरकार ने भ्रष्टाचार को संस्थागत किया। कांग्रेस ने बच्चों की मौत के मामले को व्यापक स्तर पर उठाया है। घटना के बाद यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने बड़ी तादाद में कांग्रेस कार्यकतार्ओं के साथ लखनऊ की सड़कों पर बैठकर योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। इस घटना पर अभी चर्चा चल ही रही है कि राहुल गांधी का गोरखपुर जाना मामले को और राजनीतिक हवा देने का काम कर सकता है। हालांकि, दूसरी तरफ घटना पर गोरखपुर के डीएम ने जांच रिपोर्ट दी है, उसमें उन्होंने बच्चों की मौत के लिए बीआरडी कॉलेज के प्रिंसिपल और दूसरे डॉक्टर्स को जिम्मेदार ठहराया है। बता दें कि बीआरडी अस्तपाल में इंसेफेलाइटिस से पीड़ित बच्चों की आॅक्सीजन की कमी के चलते मौत हो गई थी।

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