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नई दिल्ली। दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार को ढाई साल पूरे हो चुके हैं। मुख्यमंत्री बनने से पहले अरविंद केजरीवाल ने जनता को फ्री वाई-फाई की सुविधा देने का जो वादा किया था, वह वादा अब तक पूरा नहीं हो सका है। निकट भविष्य में भी इसके पूरे होने के आसार नहीं लग रहे हैं। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता कहते हैं कि एक भी काम इस सरकार ने पूरा नहीं किया है, जिसकी वजह से जनता बहुत दुखी है। विधानसभा चुनाव के समय जो वादे सरकार ने किए थे। वे सब धरे के धरे रह गए हैं। अब जनता यह समझ गई है कि केजरीवाल सरकार वादा करती है काम नहीं करती है। बता दें कि यह मुद्दा आप के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा है। युवा वर्ग को रिझाने के लिए दिल्ली विधानसभा चुनाव के यह मुद्दा खूब उछाला गया था। दिल्ली में आप सरकार के गठन के बाद 26 जून 2016 को दिल्ली डायलॉग कमीशन के उपाध्यक्ष आशीष खेतान ने प्रेसवार्ता बुलाकर इसकी घोषणा की थी कि दिल्ली में फ्री वाई-फाई के सपने को पर लगने वाले हैं।

आशीष खेतान ने कहा था कि सरकार की ओर फ्री पब्लिक वाई-फाई प्रोजेक्ट तैयार कर लिया गया है। पहले चरण में पूर्वी दिल्ली के 571 चुनी गई जगहों पर हॉटस्पॉट जोन बनाने का फैसला किया गया है। शहर भर में कुल 3000 एक्सेस प्वॉइंट होंगे। इसी संख्या में हॉटस्पॉट भी एड किए जाएंगे। जनता गीगाबाइट की हाईस्पीड में इंटरनेट इस्तेमाल कर सकेगी। कहा गया था कि 2016 तक पूर्वी दिल्ली में सुविधा शुरू होगी।

इस घोषणा को एक साल से अधिक हो गया है। फ्री वाई-फाई के संबंध मे अब सरकार चुप्पी साधी हुई है। दिल्ली की आप सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि अभी इस पर काम चल रहा है। अधिकारियों की ओर से ऐसा जवाब एक बार नहीं पिछले दो सालों में कई बार दिया गया है। पहले भी जब आम आदमी पार्टी की सरकार से फ्री वाई-फाई के बारे में पूछा गया था तब भी पार्टी का कहना था कि बहुत जल्द इसे शुरू किया जाएगा, लेकिन जनता के सामने फ्री वाई-फाई सुविधा दिलाने का यह वादा महज एक जुमला बनकर रह गया है। युवा वर्ग खासकर कॉलेज के छात्र दिल्ली सरकार के इस रवैये से काफी ठगा महसूस कर रहे हैं।

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