जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर प्रदेश के तीन वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों रघु शर्मा, बी. डी. कल्ला और शांति धारीवाल ने नई दिल्ली में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पोत परिवहन, रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मांडविया से उनके राजकीय आवासों पर तथा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रेल मंत्री पीयूष गोयल, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से वर्चुअल बैठक के माध्यम से राज्य की कोविड-19 की परिस्थितियों का वर्णन करते हुए केन्द्र सरकार से राजस्थान को मिलने वाली ऑक्सीजन आपूर्ति के साथ उसके परिवहन के लिए टैंकरों की संख्या बढ़ाने तथा रेमडेसिविर इंजेक्शनों की आपूर्ति बढ़ाने की मांग रखी।
मंत्री समूह ने मंगलवार को सुबह लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से उनके राजकीय आवास पर मुलाकात करके राजस्थान की वर्तमान कोविड-19 की स्थिति से अवगत करवाते हुए केंद्रीय सहयोग बढ़ाने का आग्रह किया। मुलाकात के दौरान ओम बिरला ने संबंधित केंद्रीय मंत्रियों और केंद्रीय अधिकारियों से फोन पर बात करके राजस्थान हो भरपूर सहयोग देने का निर्देश दिए।

मंत्री समूह ने नई दिल्ली के राजस्थान हाउस से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रेल मंत्री पीयूष गोयल, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी एवं स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और मनसुख मांडविया के साथ वर्चुअली जुड़कर राजस्थान की कोविड-19 के संक्रमण की वर्तमान स्थिति को विस्तार से रखा। वर्चुअल मीटिंग में मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने केंद्रीय गृह मंत्री के समक्ष प्रेजेंटेशन देकर बताया कि राज्य में जिस तरह से कोविड-19 के संक्रमण के केसेस बढ़ रहे हैं उससे राज्य की मेडिकल संरचना पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है इसीलिए अक्सीजन आपूर्ति, ऑक्सीजन परिवहन के लिए टैंकरों की संख्या बढ़ाने और जीवन रक्षक दवाइयों की आपूर्ति बढ़ाने में केंद्रीय सहयोग अति आवश्यक है।
केंद्रीय मंत्रियों के साथ वर्चुअल मीटिंग के बाद स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश के लिए अच्छी बात यह रही कि केंद्रीय मंत्रियों ने हमारी बात तसल्ली से सुनी। बातचीत के दौरान मेडिकल आक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने, टैंकरों की संख्या बढ़ाने, रेमेडीशिविर, टॉसिलिजूमैब इंजेक्शन उपलब्ध करवाने की मांग रखी गई। उन्होंने कहा कि जिस तेजी से संक्रमण के केस बढ़े हैं उसी अनुपात में ऑक्सीजन और इससे संबंधित दवाइयों की मांग में भी अत्याधिक बढ़ोतरी होने के कारण इसकी किल्लत हो रही है। प्रदेश के सीमित संसाधनों से एक्टिव केस बढ़ने से रोकने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन यह पर्याप्त नहीं है इसीलिए शीघ्रतिशीघ्र सहयोग अति आवश्यक है।

शर्मा ने कहा कि जिस तरीके से राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जन अनुशासन पखवाड़ा घोषित करके स्थिति को नियंत्रण करने का प्रयास किया है उसके सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। शर्मा ने कहा कि कोरोना से राज्य और केंद्र सरकार मिलकर लड़ाई लड़ रहे हैं तथा कोविड-19 प्रबंधन में राजस्थान हमेशा बेहतरीन काम किया है।
उन्होंने बताया कि हमारी मांग पर केंद्रीय मंत्रियों ने हमें आश्वासन दिया है कि खपत के अनुपात में ऑक्सीजन और रेमेडीशिविर जैसी जीवन-रक्षक दवाइयां जल्दी उपलब्ध करवाई जाएगी। हमें उनके आश्वासन पर पूरा भरोसा है। उन्होंने बताया कि विदेशों से ऑक्सीजन को राजस्थान तक लाने के लिए भी विदेश मंत्रालय से बात हुई है।
रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की डिमांड एस्टीमेट 30 अप्रेल तक 365 मिट्रिक टन, 9 मई तक 541 मिट्रिक टन और 30 मई तक 900 मिट्रिक टन का एस्टीमेट किया है जिसकी समय पर आपूर्ति के लिए केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा हमें सहयोग का आश्वासन दिया है।

उन्होंने बताया कि चूंकि ऑक्सीजन सप्लाई ट्रांसपोर्ट से जुड़ा हुआ मसला है इसीलिए हमें टैंकर मिलेंगे, तभी सप्लाई पर्याप्त मात्रा में कर पाएंगे, हमने कई राज्यों से ऑक्सीजन खरीदने की बात की लेकिन हमारे लिए ट्रांसपोर्टेशन बड़ी चुनौती है। इसके लिए हमें 9 मई तक 65 ऑक्सीजन टैंकरों की जरूरत होगी।

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