Janeva transformer took fourteen lessons, half a dozen life-death
जयपुर। राजस्थान के जयपुर के पास शाहपुरा में भात कार्यक्रम के दौरान ट्रांसफॉर्मर में ब्लास्ट मामले में चौदह जनों की मौत हो गई है। मंगलवार को हादसे के दौरान कुछ देर में ही ग्यारह लोगों की मौत हो गई थी। मंगलवार रात को तीन जने ओर मर गए। करीब आधा दर्जन गंभीर घायल जिन्दगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं। इस ह्रदय विदारक हादसे से जयपुर विद्युत वितरण निगम की लापरवाह कार्यशैली सामने आई है। जिस ट्रांसफॉर्मर में ब्लास्ट हुआ है, वह पांच दिन पहले लगा था। ऐसे में नए ट्रांसफार्मर में ब्लास्ट और फटने से इतना बड़ा हादसा हो गया। बताया जाता है कि ग्यारह केबी लाइन से जुड़े ट्रांसफार्मर में प्रोटेक्शन सिस्टम नहीं था, जिसके चलते हाई वोल्टेज आने पर फ्यूज नहीं उड़ा और ना ही लाइन ट्रिप हो पाई, जिसके चलते ट्रांसफार्मर में ब्लास्ट हो गया और गरम डीजल आग के गोले की तरह वहां मौजूद लोगों पर गिर पड़ा। लोहे के टुकड़े भी उनके शरीर को छलनी कर गए। देखते ही देखते ट्रांसफार्मर चौदह जनों की जान ले गया। इस घटना के बाद ग्रामीणों में रोष है। सरकार ने भी मुआवजा दिया है। सीएम वसुंधरा राजे, केन्द्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ व दूसरे मंत्री व विधायक प्रभावित गांव में परिजनों और घायलों से मिले। पीसीसी चीफ सचिन पायलट और नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी भी एसएमएस में घायल लोगों के परिजनों से मिले। इस घटना के बाद ग्रामीणों बिजली कंपनी के प्रति खासा गुस्सा है। इस हादसे के पीछे कंपनी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। सरकार ने भी मामले की जांच के आदेश दिए हैं। संभागीय आयुक्त राजेश्वर सिंह को जांच सौंपी गई है। जयपुर विद्युत वितरण निगम के एमडी आरजी गुप्ता ने मामले की जांच की कही है। हालांकि वे निगम को दोषी बताने से बच रहे हैं। ब्लास्ट ट्रांसफार्मर की जांच एमएनआईटी से करवाने के आदेश दिए हैं।
खुशियां मातम में बदली
उधर इस हादसे के बाद घर-परिवार और ढाणी गुजरान में मातम छा गया। यहां शादी समारोह की तैयारियों के चलते खुशियां पसरी हुई थी। घर-आंगन में मंगल गीत चल रहे थे, लेकिन मंगलवार दोपहर में हुए इस हादसे के बाद सारी खुशियां मातम में बदल गई। चौदह जनों की मौत और एक दर्जन से अधिक घायल अस्पताल में भर्ती होने से परिजनों का रो-रोकर हाल बुरा है। कल बारात आनी थी, लेकिन हादसे के बाद बारात नहीं आई। शादी बाद में होगी।

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