विदिशा। हमारे समाज में शादी को एक पवित्र और अटूट बंधन माना जाता है। मगर जब कुछ लोग इसे सिर्फ एक मन बहलाने का जरिया मान लेते हैं तो यह दोनों में से एक के लिए बहुत बड़ा संकट बन जाता है। ऐसा ही एक मामला सामने आया जिसमें एक मजदूर पति ने अपनी पत्नी को खुश रखने के लिए और उसका जीवन संवारने के लिए दिन-रात एक कर दिया, यहां तक की मकान भी अपनी पत्नी के नाम कर मगर बदले में पत्नी ने उससे 2015 में तलाक लेकर मकान से बाहर निकाल दिया और कोर्ट में भरण-पोषण का दावा कर दिया जिसमें उसे अपनी पत्नी को 2500 रूपए महीना देने होंगे। जी हां प्रकाश अहिरवार ने आठवीं पास पत्नी को पढ़ाने के लिए जी तोड़ मेहनत की। ग्रेजुएशन, पीजीडीसीए और बीएड करके पत्नी काबिल बन गई और प्राइवेट नौकरी करने लगी। इसके बाद प्रकाश अहिरवार को लगा अच्छे दिन आएंगे, लेकिन उसके बुरे दिन शुरू हो गए।

पत्नी ने उसे तलाक दे दिया और अब भरण पोषण के लिए 2500 रुपए प्रतिमाह राशि मांग रही है। न्यायालय ने प्रकाश को भरण पोषण के लिए आदेश भी दे दिया। अब आदेश का पालन करने के लिए प्रकाश अपनी किडनी बेचने के लिए जगह-जगह पोस्टर लगा रहा है। पढ़ाने के अलावा उसने गांव की पैतृक जमीन बेचकर 16 लाख रुपये का मकान बनाकर पत्नी के नाम कर दिया था। पत्नी ने उससे भी प्रकाश को बेदखल कर दिया। मंगलवार को कलेक्टोरेट में प्रकाश पर्चा लेकर घूम रहा था। उसमें लिखा था वह अपनी किडनी बेचना चाहता है। किडनी बेचने का कारण उसने बताया कि पत्नी से उसका तलाक हो चुका है और न्यायालय ने उसे प्रतिमाह 2500 रुपये भरण पोषण भत्ता देने का आदेश दिया है। उसकी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वह न्यायालय द्वारा तय राशि दे सके।

इसलिए वह किडनी बेचकर राशि अपनी पत्नी को देना चाहता है। मजदूरी करने वाले प्रकाश को सबसे ज्यादा आहत पत्नी की चालाकी ने किया है। उसका कहना है कि यदि उसे तलाक देना था तो वह पहले ही दे जाती। लेकिन पढ़-लिख कर और मकान अपने नाम कराकर तलाक लिया। इतना ही नहीं भरण पोषण के लिए मामला भी दायर कर दिया। प्रकाश ने बताया कि वह मूल रूप से ग्राम डाबर का रहने वाला है। उसकी शादी वर्ष 2002 में विदिशा की लड़की से हुई थी। पत्नी ने दो मासूम बच्चे होने के बावजूद उसे वर्ष 2015 में तलाक दे दिया। उसके अनुसार केस के कारण उसका काम धंधा पूरी तरह से बंद हो गया। वह अब पिता के साथ गांव में रहता है। आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वह किडनी बेचने निकला है।

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