– भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिखाई हरी झंडी
– जनप्रहरी एक्सप्रेस
जयपुर। भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा का आगाज शनिवार को रणथंबौर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर में पूजा अर्चना के साथ हुआ। गणेश मंदिर में पूजा के बाद दशहरा मैदान में आयोजित जनसभा के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी, प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड, उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, और अन्य वरिष्ठ नेताओ ने परिवर्तन संकल्प यात्रा के स्टीकर का विमोचन किया। इसके बाद भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने जनसभा को संबोधित किया, उसके बाद परिवर्तन संकल्प यात्रा के रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
परिवर्तन संकल्प जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एंव पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि प्रदेश में 2018 के बाद से विकास के नये आयाम छूट गए और सडक, बिजली, पानी, चिकित्सा और अन्य सभी कार्य ठप्प पडे हैं। पूर्वी राजस्थान में पानी की समस्या बेहद गंभीर समस्या है, इस संबंध में पहली बार मेरे समय में जब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर थे तब 25 अगस्त 2005 मंे नदियों के पानी का बंटवारा हुआ था। प्रदेश में ईआरसीपी पर काम करने वाली पहली सरकार कोई थी तो वह भाजपा सरकार थी। हमने 13 जिलों की 2 लाख हैक्टेयर भूमि की सिंचाई की व्यवस्था की थी। इस काम के लिए वेबकॉर्स कंपनी काम कर रही थी। इस संबंध में राजस्थान और मध्यप्रदेश की बैठक भी हुई थी।
भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एंव पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि उस समय इस योजना के लिए वर्ष 2017-18 और 2018-19 में 37 हजार करोड का बजट पास किया गया था। समय के साथ भले यह बजट बढ गया हो लेकिन नवनेरा बैराज और ईशरदा बांध पर हमारे समय में काम जारी था। मेरे समय में 1536 करोड रूपये इस योजना पर खर्च हो चुके थे। लेकिन दुर्भाग्य से राजस्थान में कांग्रेस सरकार आई और उसके बाद से यह योजना ठंडे बस्ते में चली गई। प्रदेश की जनता को सरकार परिवर्तन होने पर इसका खामियाजा भुगतना पडा। गहलोत सरकार ने पांच साल तक इस दिशा में सोचा ही नहीं और जब चुनाव आने को हैं तब उन्हे पानी की याद आई है।
जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि प्रदेश से अशोक गहलोत की मुगलिया सरकार को विदा करने का समय आ गया है। नहीं सहेगा राजस्थान कैंपेन ने इस सल्तनत की जडे हिला दी। प्रदेश में चारों दिशाओं से यात्रा के अश्वमेघ रथ रवाना होंगे। बीते साढे चार वर्षों में कांग्रेस सरकार ने तुष्टिकरण की हदें पार करके गरीबों से उनकी जमीनें छीनकर वक्फ बोर्ड को दे दी। लेकिन समय की अपनी चाल होती है, याद कीजीए जब बाबरी ढांचे के विध्वंस के बाद अशोक गहलोत ने अपने गुरू  तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के कहने पर राजस्थान में भाजपा की भैरोसिंह सरकार को गिराया था। वह भी दिसंबर की घटना थी, और इस बार प्रदेश की जनता दिसंबर के महिने में इस कुशासन वाली सरकार को हटाकर भाजपा की मजबूत सरकार बनाएगी।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि प्रदेश में युवा और किसान वादाखिलाफी का शिकार हुए हैं। प्रतापगढ के धरियावद की घटना से मानवता शर्मशार हुई है। आज राजस्थान  देशभर में दुष्कर्म, दलित अत्याचार, भ्रष्टाचार और महिला अत्याचार में नंबर एक पर आ गया है। वीरांगनाओं की धरती पर महिलाओं के साथ जो हो रहा है वह किसी से छिपा नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज सवाईमाधोपुर की धरती पर जनता परिवर्तन का संकल्प लेकर आई है। प्रदेश मंे प्रतिदिन दुष्कर्म की 17 घटनाएं हो रही है। कल की धरियावद के पहाडा गांव की घटना लोगों के जहन में है, किस कदर एक विवाहिता को निर्वस्त्र कर घुमाया जाता है। नौजवान आज इस परिवर्तन यात्रा में कहने आया है कि बेराजगारी भत्ते के नाम पर दर दर की ठोकर खानी पडी। युवाओं की नौकरियां लूट ली गई और पेपर लीक कर भविष्य का सौदा कर दिया गया। आरपीएससी में बाबूलाल कटारा पेपर चोरी करते पकडे गए। दर्जा प्राप्त मंत्री गोपाल केसावत रिश्वत लेते पकडे गए। दलितों पर अत्याचार की हद हो गई और एनसीआरबी के आंकडे देखने पर पता चलता है कि प्रदेश में सायबर क्राइम और दुष्कर्म के मामले किस कदर बढे हैं। इससे भी ज्यादा शर्मनाक तो यह है कि चार साल में प्रदेश की पुलिस तीन हजार बार पिटी है। जिस प्रदेश में पुलिस का इकबाल जिदंा ना रहे वहंा की कानून व्यवस्था का आप अंदायजा लगा सकते हैं।

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