जयपुर। राजस्थान के बड़े गैंगस्टरों में शूमार आनंदपाल सिंह के भाई विक्की व गट्टू को कोर्ट ने पैरोल देने से इंकार कर दिया है। ऐसे में अब आनंदपाल के अंतिम संस्कार में शामिल होना संभव नजर नहीं आ रहा है। देवेन्द्र सिंह उर्फ गटटू व विक्की अभी अजमेर की हाई सिक्यूरिटी जेल में बंद है। आनंदपाल सिंह की 24 जून को एनकाउंटर में मौत होने के बाद उसके अंतिम संस्कार में विक्की व गटटू की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए उनके वकीलों ने परबतसर एसीजेएम कोर्ट में याचिका पेश की थी। इस याचिका पर एसीजेएम ज्योति सोनी ने सुनवाई की। सुनवाई के दौरान एसओजी के एएसआई पवन मीणा व थानाधिकारी सत्येन्द्र नेगी ने पैरोल देने का विरोध किया। जहां एसीजेएम ज्योति सोनी ने पैरोल संबंधित याचिका खारिज कर दी। साथ ही आगामी पेशी के लिए 3 जुलाई की तारीख दी। वे दोनों ही आनंदपाल के फरार होने के मामले में 3 सिंतबर 2015 से जेल में हैं।
-टल सकती है अंत्येष्टि
एक ओर जहां कोर्ट से आनंदपाल के दोनों भाईयों विक्की व गटटू ने उनकी पैरोल याचिका खारिज कर दी। वहीं आनंदपाल की बड़ी बेटी चीनू अभी दुबई से अपने पैतृक गांव नहीं आई है। ऐसे में अब संभावना यह जताई जा रही है कि आनंदपाल के शव की अंत्येष्टि रविवार 2 जुलाई को भी नहीं हो सकेगी।
-पुलिस की बढ़ी परेशानियां
कोर्ट ने जहां आनंदपाल के दोनों भाईयों को पैरोल देने से इंकार कर दिया। ऐसे में आनंदपाल के शव की अंत्येष्टि टलती देख पुलिस भी पशोपेश में पड़ती नजर आ रही है। यही वजह है कि आनंदपाल के गांव में जारी धरने प्रदर्शन को धारा 144 का हवाला देकर हटा दिया। साथ ही सांवराद जाने वाले प्रमुख मार्गों को पूरी तरह छावनी में तब्दील कर दिया गया। यहां आईजी अजमेर मालिनी अग्रवाल सहित एसपी नागौर पारिस देशमुख, जोधपुर एसपी, नागौर एसपी, एएसपी, 4 डीएसपी, 10 सीआई, 10 एसआई सहित आरएसी, क्यूआरटी, एसटीएफ के 550 जवान तैनात है। जबकि एसडीएम सहित आला अधिकारी मौके पर जमा है।


































