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पंचकूला। आखिर काफी जदोजहद के बाद हनीप्रीत पुलिस के हत्थे चढ़ ही गई। काफी दिनों से एसआईटी उसे ढूंढने में रात दिन एक किए हुए थी। मगर वह उनके हाथ नहीं आ रही थी। जैसे ही पुलिस को सूचना मिलती की हनीप्रीत को फलां जगह देखा गया है। पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह गायब हो जाती थी। मगर पुलिस द्वारा चारों तरफ से दबाव बनाने के बाद अब हनीप्रीत खुद पुलिस के पास आ गई है और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर पूछताछ शुरु कर दी है। पुलिस को उम्मीद है कि हनीप्रीत से पूछताछ में राम रहीम से जुड़े सारे राज बाहर आ जाएंगे जिससे अभी तक लोग और पुलिस दोनों अंजान है क्योंकि हनीप्रीत राम रहीम के साथ साए की तरह रहती थी। पुलिस के लिए डेरा सच्चा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की खास और राजदार हनीप्रीत की गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ चुनौती बनी हुई है। पूरी रात पूछताछ के बावजूद पुलिस उससे उगलवा नहीं पाई है।

वह अधिकतर सवालों का सिर हिलाकर ना में जवाब देती रही। ऐसे में पुलिस को हनीप्रीत का रिमांड मिल भी जाता है तो उससे राम रहीम और डेरा के राज का खुलासा करवाना टेढ़ी खीर से कम नहीं होगा। चंडीमंदिर पुलिस थाने में हनीप्रीत से हरियाणा की आइजी (वूमेन सेल) ममता सिंह तड़के तीन बजे तक लगातार सवाल जबाव किए, लेकिन वह अधिकतर सवालों का सिर हिल?ाकर और ना में ही जवाब देती रही। थाने की खिड़की से हनीप्रीत की एक दो बार झलक दिखाई दी। इसमें हनीप्रीत सिर ना में हिलाती हुई नजर आई। हनीप्रीत का चेहरा लटका हुआ था और वह काफी सहमी हुई दिख रही थी। शुरूआती जांच में अभी तक हनीप्रीत ने कोई बड़ा खुलासा नहीं किया है। हनीप्रीत की खेवनहार सुखदीप कौर थी। वह मूल रुप से बठिंडा की रहने वाली है। उसका पूरा परिवार डेरे का पुराना अनुयायी है। सुखदीप कौर का परिवार ज्यादा समय सिरसा के डेरा सच्?चा सौदा में ही रहता था। गुरमीत राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद जब हनीप्रीत पर पुलिस का शिकंजा कसा जा रहा था, तो सुखदीप कौर हनीप्रीत की खेवनहार बनकर आई।

सुखदीप लगातार फोन के जरिये हनीप्रीत के संपर्क में थी। जब हनीप्रीत को राजस्थान मेंं छापेमारी के बाद प्रदेश छोड़ना पड़ा, तो सुखदीप ने हनीप्रीत को अपने घर में शरण दे दी थी। वह सभी जगहों पर हनीप्रीत के साथ रहती थी। रोहतक की सुनारिया जेल से फरार होने के बाद हनीप्रीत डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के पैतृक गांव गुरसर मोडिया पहुंच गई थी। यहां पर हनीप्रीत कई दिनों तक रुकी रही, लेकिन लगातार हनीप्रीत के गुरसर मोडिया में होने की खबरें आने के बाद 2 सितंबर को हनीप्रीत वहां से फरार हो गई। इसके बाद वह उदयपुर में प्रदीप गोयल के पास पहुंच गई। हनीप्रीत को उदयपुर के सेलिब्रेशन मॉल में खरीददारी करते हुए देखा गया था। हनीप्रीत की लोकेशन पुलिस को उदयपुर में मिली थी, लेकिन जब तक उसके पास पहुंचती वह वहां से भी फरार हो चुकी थी। हरियाणा पुलिस और उदयपुर की स्पेशल टीम ने यहां उदयपुर के सेक्टर 14 नाकोड़ा नगर में रहने वाले प्रदीप गोयल को गिरफ्तार किया था। यह डेरे का सबसे विश्वास पात्रों में से एक माना जाता था।

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