जयपुर। अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के 805वें उर्स का झंडा शुक्रवार को बुलंद दरवाजे पर चढ़ाया गया। इसके साथ ही उर्स की शुरुआत हो गई है। वैसे रजब का चांद दिखाई देने के बाद ही उर्स की औपचारिक शुरुआत होगी। उर्स को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा इंतजाम पुख्ता किए हैं। इस बार ड्रोन से यहां चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है। उर्स के लिए दुनिया भर से जायरीन आते हैं और जायरीनों का आना शुरु भी हो गया है। उर्स का झंडा भीलवाडा के गौरी परिवार के सदस्य लेकर आए। रजब का चांद दिखाई देने पर ही उर्स औपराचिक रुप से शुरु होगा। इस मौके पर दरगाह का जन्नती दरवाजा भी खुलेगा। उर्स के लिए अजमेर और प्रदेश में राजस्थान रोडवेज 100 अतिरिक्त बसें चलाई है। रेलवे भी स्पेशल ट्रेनें चलाने की तैयारी की है। इस बार पाकिस्तान से करीब पांच सौ जायरीन उर्स में शामिल होने के लिए आ रहे हैं। प्रशासन के मुताबिक 29 मार्च को पाक जत्था भारतीय सीमा में प्रवेश करेगा और एक अप्रेल को स्पेशल ट्रेन से अजमेर पहुंचेगा।

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