– जयपुर सहित अजमेर, सीकर, माउंट आबू में बीती रात से तेज बारिश, अस्पतालों के वार्ड और थाने में भरा पानी
जयपुर. राजस्थान में जोरदार बारिश का दौर जारी है। राजधानी जयपुर सहित अजमेर, सीकर, माउंट आबू में बीती रात से तेज बारिश का सिलसिला जारी है। भारी बारिश के कारण जयपुर में टोंक रोड, सीकर रोड, परकोटे सहित कई सड़काें पर दो से चार फीट तक पानी भर गया है। तेज बारिश के कारण जयपुर में 6 साल के मासूम की नाले में डूबने से मौत हो गई। वहीं अजमेर में आरपीएसी के सेक्शन ऑफिसर पैर फिसलने से बह गए, सुबह नाले में उनका शव मिला। वहीं अजमेर के रेलवे स्टेशन पर पानी में पटरियां डूब गईं और अस्पताल में भी पानी भर गया। हिल स्टेशन माउंट आबू में सबसे ज्यादा बारिश हुई है, यहां 9 इंच बरसात रिकॉर्ड की गई। इस कारण वेस्ट बनास बांध के जल स्तर में भारी बढ़ोतरी हुई है, बांध का गेज 23 फीट से ऊपर चला गया है। मौसम विभाग ने आज 11 जिलों में भारी बारिश का अनुमान जताया है। मौसम विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटे में जयपुर, टोंक, सीकर, पाली, करौली, अजमेर और जालोर में भी कई जगहों पर 90 से लेकर 120MM (4 इंच से ज्यादा) तक बरसात हुई है। मानसून की ट्रफ लाइन राजस्थान के मध्य से होकर मध्य प्रदेश के शिवपुरी, सीधी होते हुए बंगाल की खाड़ी की तरफ गुजर रही है। राजस्थान के ऊपर भी सिस्टम एक्टिव है। इसके अलावा दोनों तरफ से नमी आ रही है। इस वजह से राज्य के कई हिस्सों में तेज बारिश हो रही है।
– जयपुर में पानी में बहता हुआ मिला बच्चा
जयपुर में रविवार शाम से हो रही तेज बारिश से पूरा शहर अस्त-व्यस्त हो गया है। अजमेर रोड, सीकर रोड, टोंक रोड समेत सभी प्रमुख सड़कों पर पानी भर जाने के कारण ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। जगतपुरा, टोंक रोड सहित कई सड़कों पर सुबह 10 बजे के आसपास लंबा जाम लग गया। जयपुर के मुरलीपुरा थाना इलाके में 6 वर्षीय बच्चे की नाले में डूबने से मौत हो गई। रोड नंबर 6 पर सड़क पर पानी में बहता हुआ एक बच्चा लोगों को दिखा। उसे निजी अस्पताल में ले जाया गया। वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, 22 गोदाम पर स्थित पेट्रोल पंप के पास निर्माणाधीन जगह पर जमीन धंस गई। जमीन धंसने की वजह से पेट्रोल पंप पर भी खतरा मंडरा रहा है। जयपुर शहर और आसपास के ग्रामीण इलाकों में भी कल शाम से अच्छी बारिश हो रही है। सबसे ज्यादा बरसात सांभर कस्बे में 99मिमी दर्ज हुई। इसी तरह फुलेरा में 85, नरैना में 80 और छापरवाड़ा में 64मिमी बरसात हुई। सूखे पड़े छापरवाड़ा बांध में तेज बारिश के कारण कल 2 फीट पानी आ गया। अजमेर में देर रात मूसलाधार बारिश ने शहर में पानी पानी कर दिया। इस दौरान साढे़ 5 इंच पानी बरसा। मुख्य सड़कों पर घुटने तक पानी जमा होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। निचले इलाकों और बस्तियों में भी पानी भर गया।जेएलएन अस्पताल के वार्ड में पानी भर गया। रेलवे स्टेशन पर रेलवे लाइन पानी में डूब गई। बारिश के कारण आनासागर झील के तीन चैनल गेट 18-18 इंच खोले गए। फॉयसागर झील की भी 6 इंच की चादर चल रही है। 1975 में आई बाढ़ के दौरान फॉयसागर झील ओवरफ्लो हुई थी। अब 48 साल बाद झील में चादर चली है। वहीं अलवर रोड थाने में भी पानी भर गया, यहां पुलिस वाले पानी से भरे कमरे में ही काम करते रहे। सीकर में तेज बारिश के कारण सड़कों पर आधा से एक फीट तक पानी भर गया। सीकर के रेलवे स्टेशन पर पटरी पानी में डूब गई। सीकर में सबसे ज्यादा बरसात दांतारामगढ़ में 92मिमी दर्ज हुई। इसके अलावा सीकर शहर, धौंद, लोसल में भी 1 से 2 इंच तक बरसात हुई। माउंट आबू, जालौर, राजसमंद एरिया में हुई तेज बारिश के कारण बनास नदी का जल स्तर बढ़ गया। राजसमंद में मोही-राज्यावास के पास बनास नदी की रपट पर तेज बहाव में एक कार फंस गई, जिससे उसमें एक ड्राइवर भी फंस गया। सूचना पर ग्रामीणों और पुलिस ने क्रेन की मदद से कार चालक को बाहर निकाला। इस पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन में आधा घंटे का समय लगा। उदयपुर में 13 फीट क्षमता वाली फतहसागर झील का जलस्तर 12.5 फीट हो गया है। अब शहरवासियों को फतहसागर के गेट खोलने और ओवरफ्लो होने का इंतजार है। फतहसागर में पानी की आवक मदार नहर के जरिए हो रही है। कैचमेंट क्षेत्र में अच्छी बारिश से थूर की पाल से मदार होकर पानी सीधे फतहसागर पहुंच रहा है। 24 फीट वाले उदयसागर में 22 फीट पानी है। दो दिन पहले इसके दो गेट खोले गए थे। जयपुर मौसम केंद्र ने आज 11 शहरों में तेज बारिश होने का अनुमान जताया है। अलवर, बांसवाड़ा, भरतपुर, बारां, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, करौली, सवाई माधोपुर, सिरोही और उदयपुर में तेज बारिश होने की संभावना है। 11 जुलाई को बारां, बूंदी, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़ और सवाई माधोपुर में भारी बारिश हो सकती है। पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, बीकानेर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालोर और गंगानगर में मौसम साफ रहने और धूप निकलने का फोरकास्ट जारी किया है। जबकि पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर छुटपुट बारिश हो सकती है। 12 जुलाई को राज्य में मानसूनी सिस्टम का असर कम होगा।
– 7 राज्यों में बाढ़-लैंडस्लाइड से 56 मौतें
दिल्ली, पंजाब और हिमाचल सहित देश के उत्तरी राज्यों में बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं। पिछले 24 घंटे में सात राज्यों में लैंडस्लाइड और बाढ़ की अलग-अलग घटनाओं में 56 मौतें हुई हैं। मनाली में बारिश का 52 साल का रिकॉर्ड टूटा है। हिमाचल में कई नदी-नहरें खतरे के निशान से ऊपर हैं। 2 जगह बादल फटा है। दिल्ली में यमुना नदी का वाटर लेवल खतरे के निशान के पार है। सीएम केजरीवाल ने कहा हमारा सिस्टम ऐसी बारिश के लिए नहीं बना। इस समय सभी राज्यों को साथ मिलकर काम करना है। PM नरेंद्र मोदी ने बाढ़ और बारिश के हालातों को लेकर मंत्रियों और अधिकारियों से बात की है। देश की कुल बारिश अब सामान्य से अधिक हाे गई है। 9 जुलाई तक सामान्य बारिश 239 मिमी होती थी। अब आंकड़ा इसे पार कर 243 मिमी हाे गया है, जाे 2% ज्यादा है।

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