जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि हमारी सरकार सभी धर्म, जाति एवं मजहब के लोगों को साथ लेकर चल रही है। आज जो तेजी से बढ़ता राजस्थान हम देख रहे हैं, वह 36 की 36 कौमों की विकास में भागीदारी एवं आप सबके प्यार और आशीर्वाद का ही परिणाम है। राजे अजमेर में राजपुरोहित विकास समिति के छात्रावास लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रही थीं। राजे ने कहा कि शिक्षा का यह मंदिर बनवाकर राजपुरोहित ब्राह्मण समाज ने सैकड़ों छात्रों को विद्या का धन अर्जित करने का पवित्र अवसर दिया है।
राजपुरोहित ब्राह्मण समाज जो कि गुणीजनों और विद्वानों का समाज है, ने इस छात्रावास के माध्यम से शिक्षा के प्रसार के लिए महत्वपूर्ण काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबकी मान्यता है कि कोई महत्वपूर्ण कार्य तब तक सफल नहीं हो सकता जब तक कि उसके पीछे साधु-संतों और देवी-देवताओं का आशीर्वाद न हो। संत-महात्माओं के आने से वातावरण बदल जाता है। भगवान श्री परशुराम का पुण्य स्मरण करते हुए राजे ने कहा कि हमारी सरकार ने सर्व ब्राह्मण समाज की मांग पर परशुराम जयंती को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। हमारी सरकार भगवान श्री परशुराम का उनकी तपोस्थली मातृकुण्डिया में पैनोरमा बना रही है। यह भगवान परशुराम का पूरे देश में पहला पैनोरमा होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 600 करोड़ रुपए की लागत से 125 मंदिरों का जीर्णोद्धार करवाने के साथ ही संत एवं महापुरूषों के 40 पैनोरमा बनाए जा रहे हैं।
राजे ने कहा कि हम बिना किसी राजनीति के विकास करने में यकीन रखते हैं, क्योंकि मेरा मानना है कि अगर राजनीति ही होती रही तो यह प्रदेश फिर गड्ढे में चला जाएगा। उन्होंने कहा कि साढे-चार साल पहले प्रदेश के वित्तीय हालात बदतर थे, लेकिन हमने कभी नहीं कहा कि विकास के लिए पैसे की कमी है। राज्य सरकार के सकारात्मक प्रयासों का ही परिणाम है कि आज प्रदेश सड़कों के मामले में अव्वल है। शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल सुधार हुआ है। बड़ी संख्या में स्कूल क्रमोन्नत हुए हैं। हमने साढ़े 4 साल में अजमेर के विकास कार्यों के लिए 7600 करोड़ रूपए स्वीकृत किए हैं, जबकि पिछली सरकार 5 साल में मात्र 2400 करोड़ रूपए ही खर्च कर पाई थी। शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान आज शिक्षा के क्षेत्र में अन्य राज्यों के लिए नजीर बन गया है। हमारी सरकार आने से पहले राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में 26वें नंबर पर था, जो अब दूसरे नंबर पर आ गया है। प्रत्येक पंचायत में आदर्श विद्यालय, ब्लॉक स्तर पर स्वामी विवेकानन्द मॉडल स्कूल सहित अनके नवाचारों से शिक्षा के क्षेत्र में बड़े सुधार हुए हैं। मोती डूंगरी गणेश मंदिर, जयपुर के महंत कैलाश शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने परशुराम जयंती के अवसर पर अवकाश शुरू कर ब्राह्मण समाज की 70 वर्षों से चली रही मांग पूरी की है। पूरा ब्राह्मण समाज इसके लिए उनका आभारी है। राजपुरोहित विकास समिति छात्रावास, अजमेर के अध्यक्ष अमर सिंह गूलर ने स्वागत संबोधन दिया।
इससे पहले मुख्यमंत्री राजे ने पुलिस लाइन में हैलीपेड पर सम्राट पृथ्वीराज चैहान की जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर सांवराराम महाराज, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल, संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत, शत्रुध्न गौतम, राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत, अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा, अजमेर महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, जिला प्रमुख वन्दना नोगिया, विधायक भागीरथ चौधरी, शंकर सिंह रावत सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं आमजन मौजूद थे।