आज राजस्थान में कोरोना केसों का आंकड़ा बढ़कर दस हजार से पार हो गया है। प्रदेश में 10307 नए मामले सामने आए हैं। वहीं जयपुर में गुरुवार के मुकाबले 2549 केस दर्ज हुए है। गुरुवार को 2785 केस आए थे। इस तरह से राजस्थान में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या पचास हजार के पार हो गई है, हालांकि इनमें से अधिकांश ठीक हालत में है। कुछेक को छोड़कर घरों से ईलाज करवा रहे हैं। कुछेक की स्थिति गंभीर होने के कारण प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती है। कुल मिलाकर देश के साथ प्रदेश में भी तेजी से कोरोना का संक्रमण फैल रहा है। यह सब लापरवाही की वजह से हो रहा है। कोरोना पॉजिटिव होने तथा सर्दी, जुकाम व बुखार से पीडि़त होने के बावजूद लोग घूमने-फिरने से बाज नहीं आ रहे हैं। ना ही मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कर रहे हैं। यहीं कारण है कि मात्र दो सप्ताह में कोरोना केसों का आंकड़ा पचास हजार को पार कर गया। जयपुर ही नहीं जोधपुर, अलवर, उदयपुर, भीलवाडा, अजमेर, कोटा, भरतपुर, बीकानेर आदि जिलों में यह महामारी फिर से तेजी से फैल रही है। गांवों और कस्बों में भी इसके केस सामने आ चुके हैं। गुरुवार को कोरोना से सात लोगों की मौत हुई थी। शुक्रवार को तीन की मौत सामने आई है। धीरे-धीरे यह रोग जानलेवा भी बनते जा रहा है। ऐसे में सरकार और शासन तो सख्त कदम उठाते हुए इस महामारी की रोकथाम में लग रहा है। सरकार ने बारहवीं तक शिक्षण संस्थान बंद कर दिए हैं। प्रायोगिक एग्जाम स्थगित कर दिए हैं। रात आठ बजे बाजार बंद होने लगे है। इस रविवार को लॉक डाउन रखा गया है। ऐसे में सरकार तो जनहित में तमाम वो कार्य कर रही है, जिससे यह महामारी काबू में रहे। सरकार के साथ जनता को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। सरकार से ज्यादा जनता का दायित्व है कि वह कोविड की गंभीरता को देखते हुए सरकार के नियमों की पालना करें। भीड़भाड़ में जाने से बचें। मास्क पहनकर ही जरुरी हो तो बाहर निकले। दो गज की दूरी बनाकर रखे। वैक्सीनेशन करवाए। तभी हम और हमारा समाज व देश इस महामारी से बच सकता है। देश में तीसरी लहर की आहट हो चुकी है। आज देश में डेढ़ लाख से अधिक केस सामने आए है। हर दिन यह आंकडा बढ़ रहा है। ऐसे में हम सभी की जिम्मेदारी है कि कोविड नियमों की पालना करें और इस महामारी की रोकथाम के लिए सरकार की हर पहल व नियमों की पालना करें। तभी इस जानलेवा महामारी से निजात पा सकेंगे।

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