नई दिल्ली। ट्रांसजेंडर के मामले में गलत धारणाओं को तोड़ते हुए देश के ओडिशा राज्य में एक ट्रांसजेंडर महिला ने एक पुरुष से विवाह रचाया। इस विवाह को समर्थन दिया किन्नर एंड थर्ड जेंडर एसोसिएशन ने। देश और दुनिया के सामने एक अनूठी मिसाल रखने वाले ट्रांसजेंडर युगल का नाम है मेघा और बासुदेव। दुल्हन बनने वाली ट्रांसजेंडर महिला मेघा ने कहा कि लोगों की यह गलत धारणा थी कि ट्रांसजेंडर कभी विवाह नहीं कर सकते, न मातृत्व का सुख प्राप्त कर सकते हैं और न ही सामान्य जीवन का आनंद ले सकते हैं। लेकिन इन गलत धारणाओं को तोडऩे के लिए मैंने यह कदम उठाया है। हिंदू रीति रिवाजों से हुए इस परिणय बंधन में मेघा और बासुदेव के परिजनों ने पूरे जोश खरोश से विवाह समारोह में शिरकत की। इधर देश में अब ट्रांसजेंडरों को शिक्षा से जोडऩे के प्रयास होने शुरू हो गए हैं। इसके लिए देश के कोच्चि में देश का पहला ट्रांसजेंडर स्कूल खुला। केरल के अर्नाकुलम जिले के थिक्कारा में खुले इस स्कूल का नाम रखा गया सहज इंटरनैशनल। यह सेंटर नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (एनआईओएस) के साथ मिलकर काम करेगा। अपने प्रकार के इस पहले स्कूल के खुलने से उम्मीद है वे ट्रासंजेंडर्स जो बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं, उनको शिक्षा का समान अवसर मिलेगा। इस नए लर्निंग सेंटर से उन्हें पढ़ाई जारी रखने और 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा में बैठने में मदद मिलेगी।

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