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– 2 अक्टूबर से पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत की समाधि स्थल से निकलेगी यात्रा, राजपूत समाज के विधायक व सांसदों को होगा सामाजिक बहिष्कार

जयपुर। राजस्थान के राजपूत समाज के संगठनों ने मंगलवार को भाजपा सरकार और भाजपा पार्टी के खिलाफ बड़ा ऐलान किया है। राजपूत समाज के सभी सामाजिक संगठनों और नेताओं ने एकराय होकर राजपूत समाज की उपेक्षा के विरोध में पूरे प्रदेश में स्वाभिमान यात्रा निकालने का ऐलान किया है। यह यात्रा दो अक्टूबर से शुरु की जाएगी। पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत की समाधि स्थल से यह रैली निकाली जाएगी, जो पूरे प्रदेश में जाएगी और राजपूत समाज की भाजपा सरकार में हो रही उपेक्षा और समाज के लिए गए फैसलों के बारे में जनजागरण करेगी। राजपूत नेताओं ने राजपूत समाज के सभी भाजपा विधायकों और सांसदों का सामाजिक बहिष्कार करने की घोषणा की है। आनन्दपाल एनकाउंटर के बाद राजपूत समाज के 23 दिनों तक चले आंदोलन में सरकार और पुलिस की दमनात्मक नीतियों, राजपूत विधायकों व सांसदों की चुप्पी के चलते समाज के नेताओं ने भाजपा और राजपूत जनप्रतिनिधियों के बहिष्कार का फैसला किया है। नेताओं का कहना है कि राजपूत विधायकों व सांसदों ने भाजपा और सरकार में रहते हुए राजपूत समाज के मुद्दों में सहयोग नहीं किया। ऐसे में भाजपा के साथ राजपूत समाज के किसी भी विधायक और सांसद को राजपूत समाज के कार्यक्रमों और सम्मेलनों में नहीं बुलाया जाएगा, जो भी संगठन या नेता इन्हें बुलाएगा, उसका भी बहिष्कार किया जाएगा। मंगलवार को राजपूत सभा के अध्यक्ष गिर्राज सिंह लोठवाडा, प्रताप फाउण्डेशन के महावीर सिंह सरवडी, भाजपा नेता दुर्ग सिंह चौहान, जय राजपूताना संघ के भंवर सिंह रेटा, रावणा राजपूत समाज के रणजीत सिंह गेंदिया समेत अन्य राजपूत नेताओं ने मंगलवार को यहां जयपुर में प्रेसवार्ता में यह ऐलान किया।

इन नेताओं ने आरोप लगाया कि आनन्दपाल एनकाउंटर मामले में सरकार और पुलिस ने समाज के साथ धोखा किया। अभी तक सीबीआई जांच शुरु नहीं हुई। राजपूत समाज के लोगों और नेताओं पर पुलिस झूठे मुकदमे लगाकर प्रताड़ित कर रही है। जैसलमेर के चतरसिंह हत्याकाण्ड में भी सीबीआई जांच नहीं हो पाई। राजपूत समाज की दूसरी मांगों और मुद्दों पर भी सरकार और पार्टी ध्यान नहीं दे रही है। जयपुर में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आगमन के दौरान राजपूत समाज के नेताओं को उनसे मिलने का समय नहीं दिया, जो समाज के अपमान को दर्शाता है। आनन्दपाल एनकाउंटर मामले में समाज के आंदोलन के दौरान पूरा राजपूत समाज सड़क पर था, लेकिन भाजपा के राजपूत विधायक और सांसद समाज के साथ नहीं आए, बल्कि इस आंदोलन को कुचलने की चेष्टा करते रहे। मंत्री, विधायकों और सांसदों ने आंदोलन को खत्म करने में लगे रहे। अभी भी समाज को प्रताडित किया जा रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाजपा को सबक सिखाने के लिए प्रदेशव्यापी स्वाभिमान यात्रा निकाली जाएगी।

– दुर्गसिंह चौहान के नेतृत्व में निकलेगी राजपूत स्वाभिमान यात्रा
दो अक्टूबर गांधी जयंती से जयपुर से पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत की समाधि स्थल से निकलने वाली स्वाभिमान यात्रा का प्रदेश संयोजक राजपूत समाज के जुझारु युवा नेता दुर्ग सिंह चौहान को बनाया है। उनके नेतृत्व में पूरे प्रदेश में राजूप स्वाभिमान यात्रा निकलेगी। दुर्गसिंह भाजपा नेता है, लेकिन आनन्दपाल एनकाउंटर मामले में दुर्ग सिंह चौहान ने शुरु से ही राजपूत समाज के साथ संघर्ष किया और सरकार व पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोला। दुर्ग सिंह चौहान ने बताया कि सरकार और पार्टी राजपूत समाज की मांगों और मुद्दों की उपेक्षा कर रही है। इससे समाज में खासा रोष है। समाज के बीच जाकर सरकार और पार्टी की इस सोच के बारे में बताया जाएगा।

– अलवर, अजमेर और मांडलगढ़ चुनाव में करेंगे विरोध
राजपूत नेताओं ने बयान दिया है कि अलवर और अजमेर संसदीय व मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होंगे। इन चुनाव में राजपूत समाज भाजपा के खिलाफ प्रचार करेगा और उनके प्रत्याशियों को हराएगा। समाज के साथ विश्वासघात करने वाले हर व्यक्ति और दल को बख्शा नहीं जाएगा।

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