-चांदना जैसे ही भाषण देने के लिए आए, शुरू हुआ हंगामा
अजमेर. गुर्जर आरक्षण आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अस्थियों का विसर्जन पुष्कर के 52 घाटों पर सोमवार शाम करीब चार बजे हुआ। इससे पहले पुष्कर के मेला ग्राउंड में गुर्जर, रेबारी, राइका, देवासी, गड़रिया, बंजारा, गाडरी, गायरी, गाडोलिया लुहार सभा हुई। इसमें खेल राज्य मंत्री अशोक चांदना जैसे ही भाषण देने आए लोगों ने जूते और अन्य सामान फेंककर विरोध जताना शुरू कर दिया। समर्थक सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। सोमवार को सबसे पहले गुर्जर भवन में स्थापित कर्नल बैंसला की मूर्ति का अनावरण किया गया। भरकम मूर्ति क्रेन की सहायता से लाई गई थी। इसके बाद सभा की शुरुआत सोमवार सुबह करीब 10 बजे हुई। इस दौरान कर्नल बैंसला के योगदान को याद कियाि गया। सभा स्थल पर गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष विजय बैंसला सहित अन्य लोगों ने व्यवस्थाएं सम्भालीं। इस दौरान सभा स्थल पर फूलों की वर्षा की गई।
सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे शुरुआत से ही लगने शुरू हो गए थे। उद्योग मंत्री शकुन्तला रावत भाषण देने आईं तो विरोध शुरू हो गया। उन्होंने करौली में कर्नल बैंसला के नाम पर कॉलेज खोलने की घोषणा की। समर्थकों ने उनको भाषण नहीं देने दिया। पायलट जिंदाबाद के नारे लगाए। फिर भी रावत ने भाषण दिया। इसके बाद खेल राज्य मंत्री अशोक चांदना भाषण देने के लिए आए। समर्थकों को यह मंजूर नहीं था। उन्होंने जूते व अन्य सामान फेंक कर हंगामा खड़ा कर दिया। फिर से पायलट जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। पुलिस व अन्य लोगों ने समर्थकों को शांत किया। चांदना को भाषण बीच में ही छोड़ना पड़ा।
– एक कोने में बैठे कुछ लोगों ने किया
हंगामे और जूते फेंकने के मामले में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष विजय बैंसला ने कहा कि यह हादसा है। यह कम्युनिटी सेंटिमेंट नहीं। जो हुआ, वो एक कोने में बैठे कुछ लोगों ने किया। जिन्होंने जूते फेंके, दो चार जूते हमारे पास हैं। आकर ले जाएं। सचिन पायलट को लेकर नाराजगी थी कि वे नहीं आ पाए। वे बिजी रहे होंगे। लोग नहीं समझ पाए। जिनको समझ में आई, वो चुप थे। कार्यक्रम में दोनों पार्टियों के लोग थे। कोई विवाद नहीं। कार्यक्रम में लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी, सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत, आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेन्द्रसिंह राठौड़, भाजपा ओबीसी प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश भडाणा, विधायक वासुदेव देवनानी आदि भी पहुंचे हैं। समारोह में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट नहीं पहुंच पाए हैं। सतीश पूनिया भी मंच पर पहुंचे तो सचिन पायलट जिन्दाबाद के नारे लगे। इस दौरान कर्नल बैंसला जिंदाबाद के भी नारे लगातार लगते रहे। पायलट समर्थक नारे लगाते हुए मंच की तरफ बढ़े तो हंगामा शुरू हो गया। पुलिस ने बमुश्किल खदेड़कर माहौल शांत किया। शहीद हुए समाज के लोगों के परिजन का सम्मान भी किया।

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