नई दिल्ली। पिछले काफी समय से अटकलें लगाई जा रही थी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी कैबिनेट में फेरबदल करेंगे। मगर अब लगता है कि यह जल्द होने वाला है क्योंकि 2019 को अब ज्यादा समय बचा नहीं अगर वे नए मंत्री बनाएंगे तो वे कितने दिन तक उस पद पर रह कर काम कर पाएंगे। इसलिए सरकार भी इस विषय पर काफी गंभीर है और जल्द से जल्द कैबिनेट में फेरबदल करने की तैयारी में है। इसीलिए आज भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के घर एक उच्चस्तरीय मीटिंग हुई जिसमें इस विषय पर काफी चर्चा की गई। बैठक में गुजरात चुनावों के प्रभारी बनाए गए अरुण जेटली और सह प्रभारी नरेन्द्र तोमर भी मौजूद रहे।

मीटिंग के बाद अरुण जेटली ने संकेत दिया है कि वो अब ज्यादा दिनों तक रक्षा मंत्री नहीं रहेंगे। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही देश को एक नया रक्षामंत्री मिल सकता है।दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 सितंबर को ब्रिक्स मीटिंग के लिए चीन रवाना होने वाले हैं। इसलिए इस बात की भी संभावना है कि उनके जाने से पहले कैबिनेट विस्तार को अंजाम दे दिया जाए।बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, नरेन्द्र तोमर, निर्मला सीतारमण सहित आठ केंद्रीय मंत्री शामिल हुए। बैठक में अरुण जेटली के बजाय पूर्णकालिक रक्षामंत्री बनाए जाने और कैबिनेट में रिक्?त पड़े पदों को भरने के लिए मंथन किया गया। इसके अलावा कई मंत्रियों का महकमा बदलने पर भी विचार किया जा सकता है।माना जा रहा है कि इस विस्तार में जेडीयू और एआईएडीएमके नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। गौरतलब है कि हाल ही में नीतीश कुमार की जेडीयू ने फिर से बीजेपी के साथ नाता जोड़ते हुए बीजेपी के नेतृत्?व वाले एनडीए में शामिल होने की घोषणा की है। सूत्रों का यहां तक कहना है कि इस विस्तार में दो-दो जेडीयू और एआईएडीएमके से मंत्री बनाए जा सकते हैं। मंत्रिपरिषद में फेरबदल का उत्तर प्रदेश में भी असर पड़ना तय माना जा रहा है।

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